कासगंज पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, बोले- सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ; फसलों के नुकसान
कासगंज में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ आपदा में सरकार उनके साथ है। हर पीड़ित को सहायता दी जा रही है। फसलों के नुकसान आंकलन कराकर शीघ्र ही मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन को फसलों की क्षति होने की रिपोर्ट शीघ्र तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले में हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बरौना गांव में भी पहले हेलीकॉप्टर से ही गंगा की धारा और कटान की स्थिति का जायजा लिया। दोपहर 12:25 बजे सीएम का हेलीकॉप्टर बरौना के ऊपर मंडराने लगा। हवाई सर्वेक्षण के बाद उनका हेलीकॉप्टर हैलीपैड पर उतरा। जहां डीएम हर्षिता माथुर, एसपी सौरभ दीक्षित ने उनकी अगुवानी की। इसके पश्चात वे कार से बरौना गांव में पहुंचे। गांव के पश्चिमी किनारे पर बने तटबंध का उन्होंने पांच मिनट तक निरीक्षण किया। इसके बाद वह बांध के नजदीक बनाए गए पंडाल में पहुंचे। यहां उन्होंने बरौना के कटान पीड़ितों को खाद्य राहत सामग्री की किट प्रदान कीं।
सीएम योगी ने डीएम से जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बारे में पूछा। उन्होंने मौके पर पहुंचे सांसद और विधायकों से भी कुछ देर बातचीत की। इसके बाद वे सीधे मंच पर आए। सीएम ने कहा कि पहले चक्र में यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आई। अब दूसरे दौर में उत्तराखंड में अधिक बारिश होने के कारण गंगा नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण कासगंज, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, कन्नौज आदि जिलों में बाढ़ आपदा आई है।
सीएम योगी ने बरौना की कटान संबंधी समस्या के निदान के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि गंगा की धारा को परिवर्तित किया जाए। मानव बस्ती की ओर गंगा की धारा न जा सके। उन्होंने कहा कि कटान रोकने के लिए स्थाई समाधान का प्रस्ताव तैयार हो और नवंबर, दिसंबर माह से इस कार्य को किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न की किटें बांटी जा रही हैं। 45900 किटें ड्राई राशन की प्रदेश में बांटी जा चुकी हैं। इसके अलावा फसलों को चारा भी उपलब्ध कराया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। इसके अलावा पीएसी की फ्लड यूनिट भी अलग अलग इलाकों में तैनात की गई हैं।
ये रहे मौजूद
सीएम के कार्यक्रम में सांसद राजवीर सिंह, प्रभारी मंत्री संदीप सिंह, विधान परिषद सदस्य रजनीकांत माहेश्वरी, सदर विधायक देवेंद्र राजपूत, अमांपुर विधायक हरिओम वर्मा, पूर्व विधायक ममतेश शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष रतनेश कश्यप, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील वाष्र्णेय, बौबी कश्यप, नवल कुल्श्रेष्ठ, गौरीशंकर शर्मा कौशल साहू मौजूद रहे।
सुरक्षा रही काफी सख्त
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा काफी सख्त थी। गिने चुने भाजपा नेता ही कार्यक्रम में मौजूद थे। जिस गांव में मुख्यमंत्री दौरा करने आए उस गांव के ग्रामीण भी मुख्यमंत्री को नहीं देख पाए। इस बात को लेकर ग्रामीणों के मन में आक्रोश रहा और वह अपना आक्रोश भी व्यक्त नहीं कर पाए। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर ग्रामीण काफी उत्साहित थे, लेकिन कड़े सुरक्षा प्रबंधों के कारण उन्हें मायूसी हाथ लगी।
जब मासूम बच्चे को सीएम दुलारा और खिलाई चॉकलेट
जिस समय खाद्यान्न किट का वितरण सीएम कर रहे थे। तभी एक महिला की गोद में एक वर्ष का बच्चा था। मुख्यमंत्री उसकी तरफ हाथ बढ़ाकर जैसे दुलारा तो बच्चा मुस्कुराने लगा। यह देखकर सीएम अपने आप को रोक नहीं पाए और बच्चे को अपनी गोद में ले लिया और खुद अपने स्टाफ से चॉकलेट मांग कर बच्चे को चॉकलेट खिलाई। इसी के साथ ही उन्होंने पोषाहार अधिकारी के बारे में पूछते हुए कहा कि यह बच्चा काफी कमजोर है। सीएम ने बच्चे के परिवार को पोषाहार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।