लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन शुरुआत से ही एक जन आंदोलन के रुप में देखा गया है।इसको जन-जन तक पहुंचना और इसमें जन सहभागिता का होना बहुत जरुरी है।इसकी शुरुआत हमारे आपके घर से होती है। कूड़े को अलग-अलग करना जिसमें सूखा व गीला कूड़ा इसका पहला कदम है,हमें यह समझाने की जरूरत है। स्वच्छ भारत मिशन अपने आप में प्रधानमंत्री का एक बहुत ही प्रिय मिशन है। उक्त बातें निदेशक स्थानीय निकाय नेहा शर्मा सोमवार को नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा स्थानीय निकाय निदेशालय में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारम्भ पर संबोधित करते हुए कही। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए जिला कार्यक्रम समन्वयक समेत स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अन्य अधिकारी शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम जीआईज़ेड के तकनीकी सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में ठोस अपशिष्ट से निपटने के लिए स्थानीय निकायों में मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी स्थापित करने और सतत संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस दौरान निदेशक ने मेरठ जनपद के कबाड़ से जुगाड़ अभियान की प्रशंसा की। इस अभियान का उल्लेख प्रधानमंत्री ने रविवार को प्रसारित लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात में किया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में नेहा शर्मा ने कहा कि इस अभियान से मेरठ जनपद को एक नई पहचान मिली है। जी आई ज़ेड की तरफ से आए विशेषज्ञ सौरभ मनुजा ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदेश के नगर निकायों को ठोस अपशिष्ट से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद, प्रतिभागी अपनी स्थानीय अर्थव्यवस्था के भीतर गैर-बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट पदार्थों के प्रवाह का विश्लेषण करने और पर्यावरण में उनके रिसाव को रोकने के लिए रणनीतियों को डिजाइन और कार्यान्वित करने में सक्षम होंगे।