बरेली: शहर के नबाबवगंज में कटरी जैसा कांड होते-होते रह गया। उर्स के मेले में प्रधान और पूर्व प्रधान पक्ष में तकरार हो गई। दोनों पक्षों की ओर से जमकर फायरिंग हुई। इस दौरान करीब दस लोग घायल हो गए। मेले में ताबड़तोड़ फायरिंग और मारपीट से भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी। इस दौरान कई आरोपी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने एक पक्ष की ओर से पूर्व प्रधान समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि दूसरे पक्ष की ओर से तहरीर मिलने के बाद उनका भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के ग्राम प्यारी नवादा के रहने वाले मोहम्मद मियां उर्फ बाबू पुत्र बन्नू शाह की ओर से पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। तहरीर में मोहम्मद मियां ने बताया कि वह रईस, मेहंदी शाह और अफरोज पुत्र अख्तर शाह के साथ गांव में ही उर्स में मजार पर चादर चढ़ाने गए थे। आ
रोप है कि इसी बीच पूर्व प्रधान अकील उद्दीन, इस्लामुद्दीन, सब्लू पुत्रगण मोइनुद्दीन और मोनू पुत्र बुंदन खा व एक अज्ञात मौके पर पहुंच गए। आरोपियों ने मजार पर पहले चादर चढ़ाने का विरोध करते हुए फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से मोहम्मद मियां रईस घायल हो गए। जबकि लाठी-डंडों और बांके से हुए हमले में अफरोज मेहंदी शाह समेत अन्य लोग भी चोटिल हो गए।
मेले में अचानक ताबड़तोड़ हुई फायरिंग से भगदड़ मच गई इस दौरान कई लोग गिरकर भी चोटिल हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर कार्यवाही शुरु कर दी। जबकि पूर्व प्रधान अकील उद्दीन ने बताया कि मौजूदा प्रधान के इशारे पर पूरा बवाल हुआ है। अकील उद्दीन ने बताया कि कई सालों से मजार का मेला वही लोग लगवाते हैं। जिसके लिए एक मेला कमेटी भी बनी हुई है।
आरोप है कि मोहम्मद मियां पक्ष के लोग जबरन मेले में घुसकर दुकानों से फ्री में सामान मांगते हैं, और मेले में लगे झूले वालों को भी पैसा नहीं दिया जाता। इसके साथ ही वहां पर कव्वाली के लिए आने वाले लोग और महिलाओं को भी परेशान किया जाता है। मेला कमेटी ने इसका विरोध किया तो हथियारों से लैस आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें सलमान, ईशान और मोनू समेत कई लोग घायल हो गए।
राजीव कुमार (नवाबगंज, थाना प्रभारी) के मुताबिक, फायरिंग करने के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक पक्ष की तरफ से तहरीर आना बाकी है। एक पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।