कश्मीर और झांसी के छात्रों में संघर्ष, नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में बवाल, जमकर हुआ पथराव
कश्मीर में राजौरी के नवोदय विद्यालय में पढ़ रहे झांसी के छात्रों को वहां के छात्रों द्वारा पीटने की सूचना जब बरुआसागर के नवोदय विद्यालय पहुंची तो माहौल खराब हो गया। बरुआसागर के नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले राजौरी के छात्रों के साथ स्थानीय छात्रों ने भी वही सलूक कर डाला। हॉस्टल में बवाल हो गया।
पथराव तक हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत किया। अब राजौरी के छात्रों को झांसी से वापस कश्मीर भेजा जा रहा है जबकि कश्मीर में पढ़ रहे झांसी के छात्रों को वापस यहां लाया जा रहा है।
दरअसल जुलाई माह में बरुआसागर नवोदय विद्यालय के कक्षा नौ के 20 छात्रों को वहां की संस्कृति समझने के लिए कश्मीर के राजौरी में स्थित नवोदय विद्यालय में भेजा गया था। जबकि राजौरी से 18 छात्र यहां आए थे। बुधवार की शाम को बरुआसागर के स्कूल में सूचना पहुंची कि राजौरी में पढ़ रहे झांसी के छात्रों के साथ मारपीट की गई है जिसमें कई बच्चे घायल हो गए हैं।
इससे यहां आक्रोश फैल गया । बरुआसागर में नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में रह रहे राजौरी के छात्रों पर यहां के छात्रों ने हमला कर दिया। इतना ही नहीं पथराव होने लगा। विद्यालय के स्टाफ ने किसी तरह से राजौरी के बच्चों को यहां से सुरक्षित निकाला और प्रशासनिक भवन में बैठा दिया। इस पर स्थानीय बच्चे प्रशासनिक भवन के गेट तक पहुंच गए। बवाल होने लगा।
सूचना पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह और सीओ राजेश कुमार राय प्रशासनिक अफसरों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बच्चों को समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने और राजौरी के बच्चों को यहां से हटाने की मांग करने लगे। बवाल इतना बढ़ा कि पुलिस टीम पर भी पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
जब पुलिस ने बल का प्रयोग किया तो छात्र धरने पर बैठ गए। रात को तकरीबन दस बजे मामला शांत हुआ। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में राजौरी के बच्चों को विद्यालय से निकालकर सुरक्षा के साथ रेलवे स्टेशन भेजा गया। यहां से उन्हें सुरक्षा व्यवस्था के बीच वापस राजौरी भेजा जा रहा है। जबकि राजौरी गए बच्चे भी वापस झांसी आ रहे हैं।
कश्मीर के छात्रों को हॉस्टल से निकालने में हांफ गई थी पुलिस
झांसी के बरुआसागर के नवोदय विद्यालय में बवाल शाम से ही शुरू हो गया था। हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्र अपने रूम से बाहर निकल आए और हंगामा शुरू कर दिया। इन छात्रों का आरोप था कि कश्मीर के राजौरी में यहां के जो छात्र पढ़ने के लिए गए हैं उनके साथ मारपीट की गई है। एक छात्र का हाथ टूट गया जबकि एक पर सरियों से हमला हुआ है। छात्रों ने इसका गुस्सा हॉस्टल में रहने वाले राजौरी के छात्रों पर उतारा। गनीमत रही कि समय रहते हालात संभाल लिए गए वरना बड़ी घटना हो सकती थी।
दरअसल एक दूसरे की संस्कृतियों को समझने के लिए नवोदय विद्यालय के बच्चों को दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। इसी के तहत नवोदय विद्यालय बरुआसागर के 20 बच्चे कश्मीर के राजौरी में स्थित नवोदय विद्यालय में भेजे गए थे। जबकि राजौरी के नवोदय विद्यालय से 18 बच्चे बरुआसागर के नवोदय विद्यालय में आए थे। अगर कालेज प्रशासन की माने तो कभी भी यहां कोई विवाद नहीं हुआ।
बृहस्पतिवार की शाम को उस वक्त माहौल बिगड़ा जब कुछ छात्रों ने यह हल्ला मचा दिया कि राजौरी में यहां से बच्चों को पीटा गया है। सरियों से हमला किया है। बस इसी पर माहौल बिगड़ता गया। कुछ ही देर में हॉस्टल के सभी बच्चे क्लासरूम से बाहर आ गए और राजौरी के छात्रों को ढूंढने लगे। हालांकि पुलिस प्रशासन तो इंकार कर रहा है कि राजौरी के छात्रों के साथ कोई मारपीट नहीं हुई जबकि बताया जा रहा है कि इन छात्रों के साथ मारपीट की गई है।
बवाल इतना बढ़ा कि कुछ ही देर में कई थानों का फोर्स यहां पहुंच गया था। देर रात तक नवोदय विद्यालय छावनी में तब्दील हो गया था। स्थिति यह रही है कि हॉस्टल से राजौरी के छात्रों को बाहर निकालने में पुलिस हांफ गई थी। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके ऊपर बल प्रयोग किया है। जबकि पुलिस अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं।