कानपूर न्यूज़: कानपुर को कार्डियोलॉजी का हब बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. नेशनल मेडिकल कमीशन की नई गाइड लाइन का फायदा एलपीएस कॉर्डियोलाजी इंस्टीट्यूट को मिला है, इसके तहत कॉर्डियोलाजी इंस्टीट्यूट अपने यहां अब पीजी और सुपर स्पेशियलिटी कोर्स में सीनियर रेजीडेंट्स डॉक्टरों को नियुक्त कर सकेगा.
कॉर्डियोलाजी इंस्टीट्यूट ने शासन को 47 रेजीडेंट्स डॉक्टरों की नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा है. कॉर्डियोलाजी में पीजी के साथ डीएम और एमसीएच कोर्स के तहत रेजीडेंट्स डॉक्टर के लिए सीटं हैं पर अब एनएमसी के नए प्रावधान से एक सीट पर तीन रेजीडेंट्स को रखा जा सकता है. उसी का फायदा पाने के लिए निदेशक ने 47 रेजीडेंट्स डॉक्टर शासन से मांग लिए हैं. इन डॉक्टरों के आने से कॉर्डियोलाजी में मरीजों के इलाज में फायदा होगा, उन्हें हार्ट रोग में सारी सुविधाएं और एक्सपर्ट डॉक्टर मिल जाएंगे. इन डॉक्टरों के आने से हार्ट रोगियों के लिए कार्डियक वैस्कुलर -थोरेसिक सर्जरी, पेसमेकर, एंजियोप्लास्टी, वैलून माइट्रल सर्जरी, बाईपास-पल्मोनरी सर्जरी को अपग्रेड करने का रास्ता खुल गया है. कॉर्डियोलाजी के निदेशक प्रो. विनय कृष्णा ने बताया कि शासन से सीनियर रेजीडेंट्स मांगने का प्रस्ताव कर दिया गया है.