हरदोई। बैंगन की खेती पर छिड़काव करने के लिए बाल्टी में कीटनाशक दवा का घोल तैयार किया गया था। उसी बीच वहां खेलते-खेलते पहुंचें दो बच्चों ने उसे दूध के धोखे में पी लिया। जिससे दोनों बच्चों की हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। इलाज कर रहे डाक्टरों के मुताबिक दोनों बच्चों की हालत फिलहाल खतरें से बाहर है। बताया गया है कि शनिवार को बेहटा गोकुल थाने के जरारा गांव निवासी रिंकू ने अपने खेत में बैंगन की फसल को बचाने के लिए वहां कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहा था। उसने बाल्टी में दवा का घोल तैयार कर रखा था। इसी बीच उसका 4 वर्षीय पुत्र सार्थक गांव के ही प्रमोद के 5 वर्षीय पुत्र कार्तिक के साथ खेत पहुंच गया। दोनों बच्चे वहां खेलने लगे।
न्हें बाल्टी में रखा कीटनाशक दवा का घोल दिखाई दिया, दोनों बच्चे उसे दूध के धोखे पी गए। दवा पीते ही दोनों बच्चों की हालत बिगड़ गई। दोनों की ऐसी हालत देख कर रिंकू ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा। उसकी आवाज़ सुन कर वहां भीड़ इकट्ठा हो गई। आनन-फानन में दोनों को मेडिकल कालेज ला कर भर्ती कराया गया है। उन दोनों बच्चों का इलाज कर रहे डाक्टरों का कहना है कि फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर है।