गणित से दूर भाग रहे बच्चे

इस तरह कैसे मिल पाएंगे गणितज्ञ

Update: 2023-09-25 06:30 GMT

मुरादाबाद: जिले के डिग्री कॉलेजों में दाखिलों का सिलसिला चल रहा है. हैरत इस बात की है कि अब नए छात्र गणित से किनारा कर रहे हैं. ऐसा क्यूं, ये कह पाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन गणितज्ञ बच्चों की इस सोच से अचंभित है और वे इस स्थिति को खतरनाक भी मान रहे हैं. कहा कि अगर ऐसे ही बच्चे गणित से किनारा करते गए तो आने वाले समय में हालात और बिगड़ेंगे.

शहर के पांच डिग्री कॉलेजों में से सिर्फ हिंदू डिग्री व केजीके कॉलेज में ही मैथ्स से बीएससी करने की व्यवस्था है. यहां पर सीट के बराबर आवेदन तक नहीं आए. साथ ही दाखिला लेने वालों की संख्या इतनी कम है कि सभी हैरान हैं. हिंदू कॉलेज में बीएससी मैथ्स के लिए 960 सीट हैं. यहां पर इस साल कुल 305 ही दाखिले हुए हैं. वहीं केजीके कॉलेज की हालत तो और खराब है. बीएससी मैथ्स में यहां 640 सीट के अलावा 10 प्रतिशत सीट ईडब्ल्यूएस कोटा के लिए आरक्षित हैं. कुल 704 सीटों के सापेक्ष यहां सिर्फ 60 दाखिले ही हुए हैं.

सिर्फ बीएससी गणित की ही स्थिति बेहद खराब

हिंदू कॉलेज के एक वरिष्ठ प्रवक्ता के अनुसार बीएससी गणित में 305 बच्चों ने दाखिला लिया है. यहां 655 सीटें अभी रिक्त हैं और दाखिला प्रक्रिया बंद हो चुकी है. इसके अलावा बीए और बीएससी बॉयो में सीटें फुल हो चुकी हैं. सिर्फ कामर्स में 10 सीटें ही भरने से रह गईं. यहां 960 बीकॉम में 960 सीटों में 950 के दाखिले हो चुके हैं.

बीएससी गणित में छात्रों की गिरती संख्या चिंतनीय है. इसके पीछे बहुत से कारण हैं. गणित एक रोचक एवं आसान विषय है. बस आवश्यकता इसके साथ दोस्ती करने की और समय देने की है. कोई भी प्रतिस्पर्धी परीक्षा यथा सिविल सर्विसेज, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे अथवा शिक्षक वर्ग से संबंधित हो, गणित कौशल के बिना उसमें सफल होना संभव नहीं है. माना अभी छात्र इसकी उपयोगिता नहीं समझ रहे हों, लेकिन भविष्य में छात्र गणित और विज्ञान वर्ग की उपयोगिता समझेंगे. -डॉ. गोविंद राज नौन्याल, प्रोफेसर गणित विभाग, केजीके पीजी कॉलेज.

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