गरीबी की वजह से बेटे के शव को कंधे पर लेकर पैदल ही मीलों दूरी तय करने वाले करछना में रामपुर उपरहार गांव के बजरंगी यादव के बच्चों को निजी विद्यालय में मुफ्त शिक्षा मिलेगी। अमर उजाला की अपील पर प्रकाश बालिका इंटर कॉलेज प्रबंधन ने चारों बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए हाथ बढ़ाया है।
रामपुर उपरहार गांव के बजरंगी यादव मजदूरी करके अपने परिवार का जीवनयापन करता है। इसके अलावा आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है। हालांकि, प्रशासन के अलावा कई संस्थाओं की ओर से बजरंगी को आर्थिक मदद देने की पहल की गई है लेकिन बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंता बनी हुई थी। अमर उजाला के प्रतिनिधि ने यह चिंता स्कूल प्रबंधन के सामने भी रखी।
इस पर डीहा गांव स्थित प्रकाश बालिक इंटर कॉलेज के प्रबंधक डॉ.विजय बाबू यादव ने चारों बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बजरंगी चाहें तो उनके सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने परिवार की आर्थिक मदद भी की।
आर्थिक मदद तो मिली लेकिन राशन कार्ड-शौचालय का इंतजार
बजरंगी यादव को बिजली विभाग की ओर से पांच लाख रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा ग्राम सभा की ओर से पांच हजार रुपये की मदद पहुंचाई गई है। एक संस्था की ओर से भी बजरंगी को आर्थिक मदद दी गई है। बजरंगी को एक बोरी चावल बुधवार को मिल गई थी। शनिवार को एक बोरी गेहूं भी मिल गया लेकिन राशन कार्ड एवं शौचालय की सुविधा के लिए उन्हें अभी इंतजार करना पड़ रहा है।
राशन कार्ड के लिए बुधवार को ही प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। बीडीओ देव कुमार ने बताया कि राशन कार्ड व शौचालय के लिए ऑनलाइन आवेदन हो गया है। कोशिश है कि प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाए। इसके बाद दोनों योजनाओं का लाभ मिल जाएगा। शनिवार को तहसील में आयोजित समाधान दिवस में एसडीएम ने सप्लाई इंस्पेक्टर सुनील सिंह को राशन कार्ड जल्द निर्गत कराने का निर्देश दिया।
तीन अफसर निलंबित लेकिन दर्ज नहीं हो सका मुकदमा
रामपुर उपरहार में शुभम की मौत के पांच दिन बाद भी मामले में लापरवाही बरतने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। सोमवार को घटना के बाद ही मृतक शुभम के पिता बजरंगी यादव ने पुलिस को जेई एवं लाइनमैन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी थी।
इस मामले में पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी ने मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता को चार्जशीट देने के साथ अधिशासी अभियंता, एसडीओ तथा जेई को निलंबित कर दिया लेकिन अभी तक पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया है। इसे लेकर पीड़ित व ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि मासूम की मौत के लिए जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं क्षेत्राधिकारी करछना राजेश यादव का कहना है कि जेई के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई हो गई है। पीड़ित परिवार चाहेगा तो मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।