मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने स्वर्ण मंदिर में दर्शन किए, दिया ये बयान
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दर्शन किए। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार शाम बेदअदबी की कोशिश मामले की जांच अब विशेष जांच दल (SIT) करेगी। पंजाब सरकार ने रविवार को एसआईटी का गठन भी कर दिया है। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि एसआईटी की अगुवाई अमृतसर पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (कानून और व्यवस्था) करेंगे। एसआईटी दो दिनों में घटना पर अपनी रिपोर्ट देगी।
दरअसल, शनिवार को स्वर्ण मंदिर में उस समय अफरातफरी मच गई जब 20-22 साल का शख्स सच्चखंड के अंदर माथा टेकने वाले स्थान पर लगी रेलिंग को फांद कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के नजदीक पहुंच गया था जिसे सेवकों ने तुरंत पकड़ लिया। सेवक व्यक्ति को पकड़ कर पुलिस के हवाले करने के लिए ले जा रहे थे तभी लोगों की भीड़ ने उस पर हमला कर दरबार साहिब परिसर में ही उसकी हत्या कर दी।
वहां, मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि युवक ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सामने रखी तलवार को भी उठाने का प्रयास किया था। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है। घटना के कुछ देर बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जांच के आदेश दे दिए थे। दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की थी।
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, जिन्होंने रविवार को अमृतसर में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की, ने स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी के प्रयास की निंदा की और कहा कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। रंधावा ने कहा कि अमृतसर घटना के आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
अधिकारियों के साथ बैठक के बाद रंधावा ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। ऐसा लगता है कि आरोपी शख्स अपवित्र करने की सोच के साथ यहां आया था। उन्होंने आगे कहा कि वह शख्स आठ से नौ घंटे तक था। उसकी अभी तक पहचान नहीं पो पाई हैं। हम इस मामले की जांच करेंगे।