बरेली न्यूज़: ट्रस्ट में नौकरी देने के नाम पर 75-75 हजार रुपए की ठगी कई युवाओं से की गई. जब ठगी का अहसास होने पर युवाओं ने रुपए मांगे तो उनको वहां से भगा दिया गया. ठगी का शिकार मुरादाबाद, बिजनौर, अलीगढ़ और बरेली के कई युवा एसएसपी से जाकर मिले. एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
इज्जतनगर थाना क्षेत्र में कर्मचारीनगर रोड पर भास्कर अस्पताल के पास सत्यकाम फाउंडेशन ट्रस्ट का ऑफिस खोला गया. ट्रस्ट महाप्रबंधक कार्यालय से कई तरह की नौकरियों की विज्ञप्ति निकाली गई. अलीगढ़ के रविंद्र सिंह, बिजनौर के मनोज चौधरी, टीकम सिंह, रामपुर के भगवानदास और मुरादाबाद के राजेश कुमार आदि ने भी आवेदन किया. आरोप है, ट्रस्ट ने सुरक्षा निधि के नाम पर 75-75 हजार रुपए जमा करवा लिये. दो दिन की ट्रेनिंग दी गई. इसके बाद कहा गया, अब आपको नियुक्त पत्र जारी किए जाएंगे. धीरे-धीरे काफी दिन हो गए. जब आवेदक आफिस पहुंचे तो उनको भरोसा दिलाने के लिए ट्रस्ट की ओर से भारत सरकार के कई दस्तावेज दिखा दिए गए. रविंद्र सिंह, मनोज, टीकम आदि आफिस के चक्कर काटते रहे. बाद में पता चला, उनके साथ रोजगार के नाम पर ठगी हुई है. आवेदकों ने अपने पैसे वापस मांग लिये. आरोप है कि तभी ट्रस्ट के मैनेजर प्रेम राजपूत, सुपरवाइजर निर्मल सिंह, डीएसओ मोनू कुमार और काउंसलर सुधीर ने आवेदकों से अभद्रता कर आफिस से भगा दिया. पीड़ित बेरोजगार एसएसपी से मिले. एसएसपी के आदेश पर इज्जतनगर में मुकदमा दर्ज हुआ है.