बरेली। आईसीएल कंपनी के निदेशक रूपकिशोर गोला और उसके साथियों ने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए। इसमें एक आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं। हालांकि बदनामी के डर से उन्होंने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। रविवार देर शाम तक आईसीएल कंपनी के निदेशक और अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ करीब 24 लोगों ने शिकायती पत्र दिए हैं। पुलिस अब इनके आधार पर रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी कर रही है। उधर पुलिस कंपनी के अन्य पदाधिकारियों की भी तलाश कर रही है।
आईसीएल कंपनी ने एफडी आदि के नाम पर हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये ले लिए। समय पूर्ण होने के बाद कंपनी के निदेशक समेत अन्य पदाधिकारी रुपये देने में आनाकानी करने लगे। हालांकि शिकायतों पर पुलिस ने आरके गोला और उसके सहयोगी जितेन्द्र गुप्ता को शनिवार को कोर्ट में हाजिर किया और वहां से उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद से रूपकिशोर गोला और उसके सहयोगियों के खिलाफ थाना प्रेमनगर में शिकायतें पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया।
अब तक करीब 24 शिकायतकर्ता प्रेमनगर थाने पहुंचे और शिकायती पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। इन सभी शिकायतों को विवेचना में शामिल करने की बात पुलिस कह रही है। सूत्रों की माने तो आरके गोला और उसके साथियों ने एक आईपीएस अधिकारी से भी छह लाख रुपये का निवेश कराके ठगी कर ली। हालांकि आईपीएस अधिकारी ने अब तक किसी भी थाने में शिकायती पत्र नहीं दिया है। आरके गोला और उसके साथियों के खिलाफ थाना प्रेमनगर में चार और पीलीभीत कोतवाली में दो मुकदमे दर्ज हैं।