नोएडा। जनपद गौतमबुद्ध नगर के जेवर क्षेत्र में स्थित उस अस्पताल को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है जहां पर बिजली के हाईटेंशन वायर की चपेट में आने से एक मासूम बच्चे के दोनों हाथ काटने पड़े हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने जेवर स्थित चौधरी मेडिकेयर अस्पताल को सील कर दिया। डिप्टी सीएमओ डॉ जेएस लाल ने बताया कि अस्पताल के दस्तावेज की पड़ताल के बाद विभाग ने करवाई की। जांच पड़ताल में अस्पताल का पंजीकरण समाप्त होने के बाद नवीनीकरण नहीं कराने की बात सामने आई है। साथ ही पता चला है कि बगैर फायर एनओसी के अस्पताल का संचालन किया जा रहा था।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि बच्चे के इलाज के लिए हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि आला अधिकारियों से बातचीत कर बेहतर इलाज की व्यवस्था कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से बच्चे की मदद के लिए पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन और बिना नवीनीकरण और बिना फायर एनओसी के संचालित किए जा रहे अस्पतालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
मालूम हो कि जेवर स्थित चौधरी मेडिकल अस्पताल में भर्ती अपनी बुआ को देखने के लिए 23 जून को जेवर आए 6 वर्षीय मासूम माधव अस्पताल के ऊपर से गुजर रही बिजली के हाई टेंशन वायर की चपेट में आ गया था। जिसकी वजह से उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
एम्स अस्पताल के डाक्टरों ने संक्रमण रोकने के लिए माधव के दोनों हाथ काट दिया है। वह मौजूदा समय में एम्स अस्पताल में भर्ती है। उसके पिता योगेंद्र चौहान ने बताया कि उसके शरीर में संक्रमण बढ़ रहा है। चिकित्सक फिर से बच्चे का ऑपरेशन करने की बात कह रहे हैं।