उत्तरप्रदेश | पीएमओ और ईडी के अधिकारियों से अपनी नजदीकी बताकर लोगों से करोड़ों रुपये वसूलने के आरोपी मोहम्मद काशिफ के खिलाफ धनशोधन मामले में गाजियाबाद की विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया. ईडी की टीम ने उसके नोएडा सेक्टर-107 स्थित घर से एक करोड़ 10 लाख की नगदी बरामद की थी.
नोएडा एसटीएफ की टीम ने मोहम्मद काशिफ को 19 अप्रैल को सूरजपुर थाना क्षेत्र में मर्सिडीज कार के साथ गिरफ्तार किया था. काशिफ के खिलाफ सूरजपुर थाने में दर्ज कराए मुकदमे में एसटीएफ ने कहा था कि वह खुद को पीएमओ और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का नजदीकी बताकर सरकारी विभागों एवं मंत्रालय से काम कराने के नाम पर आम लोगों से पैसे वसूता है.
धनशोधन का मामला इसी प्राथमिकी के आधार पर बना और इसकी जांच ईडी ने भी की. ईडी की टीम ने उसके नोएडा सेक्टर-107 स्थित ग्रेट वेल्यू अपार्टमेंट के फ्लैट पर छापा मारकर तलाशी ली तो वहां से एक करोड़ 10 लाख 50 हजार रुपये नगद, नोट गिनने की मशीन, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई), सीमा शुल्क और ईडी में चल रही विभिन्न जांच से संबंधित दस्तावेज मिले. आरोप है कि काशिफ ने निदेशालय की जांच से संबंधित एक मामले में मदद करने के बदले एक व्यवसायी के परिवार से एक करोड़ रुपये वसूले थे. इसके अलावा काशिफ ने 1.78 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी थी, जिनमें से उसने 1.05 करोड़ रुपये का नगद भुगतान किया था. इसके अलावा उसने कई विदेशी यात्राएं भी की थीं. उसके पास महंगी गाड़ियां, घड़ियां और कपड़े भी मिले थे, जिन पर मोटी रकम खर्च की गई थी, लेकिन यह धन कहां से आया, इसके किसी स्रोत की कोई जानकारी उसने नहीं दी.
पिता के साथ म्यूजिक चैनल भी चला चुका एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के समय बताया था कि वह नेताओं, अधिकारियों और सरकार में गहरी पैठ होने का झांसा देकर लोगों को सरकारी ठेके व नौकरी दिलाने तथा मामलों में बचाने का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाता था. मूलरूप से दिल्ली के रमेश पार्क लक्ष्मी नगर निवासी आरोपी काशिफ कुछ वर्ष पहले तक अपने पिता के साथ म्यूजिक और न्यूज चैनल चलाता था. इसमें आर्थिक क्षति होने पर वह नाम और पैसा कमाने के लिए धोखाधड़ी करने लगा था. उससे बरामद मोबाइल में पुलिस को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर प्रधानमंत्री व अन्य नेताओं के साथ कई पोस्ट और रील मिली थीं. अधिकांश फोटो एडिट थे. पुलिस ने उसकी मर्सिडीज कार जब्त की थी.