नोएडा न्यूज़: फर्जी चाइनीज ऐप के जरिए मोटे मुनाफे का लालच देकर देश में लाखों लोगों से 1200 करोड़ की ठगी मामले में जयभाई ठक्कर के खिलाफ भी नोएडा एसटीएफ ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. जांच में खुलासा हुआ है कि इसके सात बैंक खातों में ठगी के 18 करोड़ रुपये आए थे. इस गिरोह के भारतीय सरगना रवि उर्फ नटवरलाल का सगा भाई है.
जयभाई ठक्कर हरियाणा की कैथल जेल में बंद है. इसके खिलाफ साढ़े सात सौ पेज की चार्जशीट एसटीएफ ने न्यायालय में जमा की है. एसटीएफ ने जांच में खुलासा किया इसके सात बैंक खातों में ठगी का कुल 18 करोड़ रुपये आया था. इसके पूरे साक्ष्य उन्होंने अपनी जांच में जुटाए हैं.
इसने गेमिंग, लोन और ट्रेडिग ऐप के माध्यम से देश भर में लोगों से 1200 करोड़ से अधिक की ठगी की थी. इस पैसे को 100 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाकर बिटक्वाइन में बदलकर चीन भेजा गया था. फर्जी कंपनियों में नटवरलाल ही डायरेक्टर था. इस प्रकरण में अभी तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें 11 चीन के नागरिक हैं और यह सभी चीनी नागरिक वर्तमान में नोएडा की लुक्सर जेल में बंद हैं.
ईडी, इनकम टैक्स और डीआरडीओ भी जुटी जांच में
नोएडा एसटीएफ की रिपोर्ट के बाद ईडी, इनकम टैक्स और डीआरडीओ ने भी जांच शुरू कर दी है. इन चीनी नागरिकों ने रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीन भेजा है. नोएडा एसटीएफ ने अभी तक 80 से अधिक बैंक खातों का पता लगाया है.
गिरोह के असली खिलाड़ी विदेश में
इस गिरोह का असली मास्टरमाइंड चीन के नागरिक जिंडी को माना जाता है. चीन से भारत में आये जिंडी ने ही करीब चार साल पहले यहां पर ठगी का पूरा नेटवर्क तैयार किया था. वह इस समय विदेश में है. इस ठगी में हिन्दुस्तानी ठगों को भी मिलाया है.
बिना पासपोर्ट-वीजा चोरी से काठमांडू के रास्ते आए थे
बिना पासपोर्ट-वीजा चोरी से काठमांडू के रास्ते देश में आए चीन के दो नागरिकों को 11 जून 2022 की शाम को बिहार के सीतामढ़ी स्थित नेपाल बॉर्डर पर पकड़ा था. इससे मिले इनपुट के पर ग्रेनो पुलिस ने गुरुग्राम के होटल से सुफाइ और उसकी प्रेमिका पेटेख रेनुओ को गिरफ्तार किया था. उसके बाद अभी तक इस मामले में 11 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है.