टैक्स स्लैब में बदलाव से घरेलू बचत में बढ़ोतरी होगी

Update: 2023-02-04 08:11 GMT

गाजियाबाद न्यूज़: इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव से अब सालाना सात लाख रुपये तक आमदनी वाले लोगों को टैक्स नहीं देना होगा. जिले के 90 हजार से अधिक लोगों को इसका सीधे फायदा होगा. साथ ही मध्यमवर्गीय लोगों की जेब में पैसा होगा, जिससे उन्हें महंगाई का सामना करने से कुछ राहत मिल सकेगी.

केंद्र सरकार ने आठ साल बाद इनकम टैक्स स्लैब में बदला किया है. 2014 के बाद अब केंद्र सरकार ने आयकर की दरों में बदलाव करते हुए उसे पांच लाख से सात लाख कर दिया है. इससे पूर्व साल 2020 में नई टैक्स प्रणाली लागू की गई थी. इसे आयकर दाताओं पर अनिवार्य नहीं किया गया था. वित्त मंत्री ने आयकर में छूट देकर मध्यमवर्गीय नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत दी है. अब सालाना सात लाख रुपये तक आम आदमी को कोई भी टैक्स नहीं देना होगा. आयकर विभाग के अधिकारी बताते हैं कि जनपद में नौ लाख से अधिक कर दाता है. ऐसे में आयकर में किए गए बदलाव से करीब दस फीसदी कर दाताओं को सीधे फायदा होगा. अन्य करदाताओं को भी लाभ मिलेगा. नई व्यवस्था से 90 हजार से अधिक नौकरीपेशा लोगों को फायदा होगा. नौकरीपेशा लोग ज्यादा बचत करने के साथ परिवार पर ज्यादा खर्च भी कर सकेंगे. इससे बाजर में पैसे का फ्लो बढ़ेगा और खरीदारी करने की क्षमता में इजाफा होगा.

जानकार बताते हैं कि टैक्स स्लैब में बदलाव करने का फायदा नौकरीपेशा लोगों को होगा. महंगाई के दौर में उनकी जेब में पैसा होगा. वह अपने परिवार पर ज्यादा पैसा खर्च कर सकेंगे. इससे बाजार में पैसे का फ्लो बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. वहीं, लोगों के पास पैसा बचने से वह अपनी बचत भी बढ़ेगी.

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