समाजसेवा का पर्याय थे चंद्र किशोर रस्तोगी- संयुक्ता

Update: 2023-02-03 09:43 GMT
लखनऊ। लखनऊ मेडिकल कॉलेज सहित अस्पतालों में सेवा कार्य करने वाली अग्रणी संस्था हरिओम सेवा केंद्र के संस्थापक रहे चंद्र किशोर रस्तोगी की याद में लालबाग स्थित हरिओम मंदिर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया सहित हरिओम सेवा केन्द्र व अन्य समाज सेवा से जुड़े समाजसेवियों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उनके भाई और सुप्रसिद्ध कलाकार अनिल रस्तोगी ने बताया कि स्व. चंद्र किशोर रस्तोगी 90 के थे और बीमारी के चलते 31 जनवरी को उनका निधन हो गया था। चंद्र किशोर रस्तोगी श्रीराम मंदिर आंदोलन के समय कैंट के पूर्व विधायक और संयुक्ता भाटिया के पति स्व. सतीश भाटिया के साथ जेल में राम भक्त कारसेवकों संग संपर्क में आने और प्रेरित होने के बाद वह विश्व हिन्दू परिषद से जुड़ गए थे।
तत्पश्चात उन्होंने सेवा का वृत लेकर लखनऊ मेडिकल कॉलेज में मरीजों की देखभाल के लिए हरिओम सेवा केंद्र और सीता रसोई की नींव रखी। जोकि मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में मरीजों और उनके तीमारदारों की सभी प्रकार की सेवाओं के साथ ही जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन भी प्रदान करती है। इस मौके संयुक्ता भाटिया ने कहा कि चंद्र किशोर रस्तोगी लखनऊ में सेवा कार्यों के पर्याय थे। वह लखनऊ मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए एक आशा की किरण थे। उन्होेंने कहा कि वास्तव में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ा शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो चंद्र किशोर रस्तोगी को न जानता हो। जाते जाते वह नेत्र दान कर दो अंधेरी जिंदगियों को रोशनी दे गए। इस अवसर संयुक्ता भाटिया,अनिल रस्तोगी, वरिष्ठ समाजसेवी हरी जीवन रस्तोगी, सेंट जोसफ कॉलेज की संस्थापिका पुष्पलता अग्रवाल, दुर्गा मंदिर समिति के संस्थापक ताराचंद, परिवारीजन सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी,व्यापारी व अन्य मौजूद रहे।
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