कानपूर न्यूज़: पटेल नगर कच्ची बस्ती में हुआ पड़ोसियों का विवाद कई साल पुराना है. दो बार मामला चकेरी थाने भी पहुंचा. एक बार जनसुनवाई में भी इसे लेकर बात हुई. मगर पुलिस ने इस मामले में न ही कोई पुख्ता कदम उठाया और न ही इसका निस्तारण करने का कोई प्रयास किया. इसी विवाद की वजह से एक बेगुनाह संदीप की मौत हो गई.
प्रदीप वर्मा के अनुसार वह अपने शौचालय की पाइप लाइन सड़क के चैंबर से जुड़वाना चाहते हैं. साथ ही बारिश के पानी को भी घर से बाहर निकालने के लिए पाइप लाइन डलवाना चाह रहे थे. पड़ोसी शिव सागर शुक्ला इसका विरोध कर रहा था. प्रदीप के अनुसार क्षेत्रीय पार्षद से बात करने के बाद वह पाइप लाइन डलवा रहे थे. क्षेत्रीय मजदूर मुजीबुर्रहमान सड़क खुदाई कर रहा था. तभी शिव सागर बाहर निकला और पत्थर चलाने लगा. प्रदीप और शिव सागर में मारपीट हो गई. तभी शिव सागर की पत्नी सरिता व दोनों बेटे अनुराग व अवनीश डंडे लेकर हमला करने लगे. प्रदीप की बहन खुशबू बचाने आए तो आरोपियों ने उसे भी पीट डाला. घर में उसे खींच ले गए थे.
पिटने लगा तो ले आया बंदूक प्रदीप के अनुसार शिव सागर पिटने लगा तो घर से डबल बैरल बंदूक ले आया और फायर झोंकने लगा था. कुछ छर्रे मजदूर मुजीबुर्रहमान के बेटे आदम (18) के कमर में और निर्मला देवी (80) के छाती में लग गए. वहीं पथराव से आरोपित शिव सागर शुक्ला (45), उसकी पत्नी सरिता 40, बेटा अनुराग (17), प्रदीप वर्मा (35), उसकी बहन खुशबू (26) और पिता विजय वर्मा (50) घायल हो गए. घटनास्थल पर डीसीपी पूर्वी शिवाजी, एडीसीपी मृगांक शेखर पाठक, एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव समेत कई थानों का फोर्स पहुंचा.
थानेदार ने टरका दिया था प्रदीप के परिजनों ने आरोप लगाया कि जब भी शिव सागर मारपीट करता था थाने में शिकायत की थी. पुलिस उन्हें टरकाती रही और कहती रही ये नगर निगम का मामला है. विभाग में जाकर अपनी समस्या बताओ.