पीलीभीत। धोखाधड़ी के बहुचर्चित मामले हो या फिर हल्द्वानी के युवक इब्राहीम की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या का मामला। इस तरह के कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज हुए कई महीने बीत गए। आरोप लगे और सुनगढ़ी पुलिस की कार्रवाई एक कदम आगे नहीं बाद सकी। अगर रुपए के लेनदेन को लेकर चल रहे दो पक्षों के विवाद में पुलिस अचानक सक्रिय हुई और आरोपी को माधोटांडा थाना क्षेत्र से पकड़ लाई। फिर इंस्पेक्टर लेनदेन के मामले में हिरासत में लिए गए युवक को बाइक चोर बताते रहे और बाद में असम चौकी के पूर्व में लापरवाही के आरोप विवाद में फंस चुके दरोगा ने 17 हजार रूपये में मामले को निपटा दिया। आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान थप्पड़ भी मारा। मामला चर्चा का विषय बना रहा।
घटना शुक्रवार देर शाम की है। बताते है कि एक शिकायती पत्र मिलने के बाद सुनगढ़ी पुलिस पूरनपुर सर्किल क्षेत्र के एक को हिरासत में लेकर थाने आ गई थी। मामला लेनदेन का बताया जाता रहा। लेकिन पुलिस इस मामले में आरोप है कि बिना लिखा पड़ी करे ही बल प्रयोग तक करती रही। आरोप है कि सत्ता के एक बड़े नेता के दबाव में सुलह कराने पर जोर दिया गया। फिर। मारपीट तक कर दी गई। इसे लेकर हिरासत में लिए गए युवक के परिजन भी पहुंच गए। उनसे भी अभद्रता की गई। जिसके बाद मामले में सुनगढ़ी पुलिस की डील को लेकर शोर मचा रहा। इंस्पैक्टर और दरोगा के बयान भी आपस में मेल नहीं। खाए तो आरोपों को बल मिल गया। फिलहाल बाद में 17 हजार का लेनदेन कराकर मामला खत्म कराया गया। `
इसी मामले में जब दरोगा कमलेश सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि मामला बाइक चोरी से जुड़ा नहीं है। बरेली के युवक की ईको युवक चलाता था। इसी में रुपए का मामला था। युवक का भाई का गया था, फिर सुलह हो गई है। कोई कार्रवाई नहीं की गई है।