बदायूं के म्याऊं मां के साथ चारपाई पर सो रहे डेढ़ महीने के बच्चे को रविवार रात बिल्ली उठा ले गई। परिवार वाले शोर मचाते हुए दौड़े तो बिल्ली के मुंह से बच्चा छूट गया और छत से आंगन में जा गिरा। बच्चे की मौत हो गई। परिवार वालों ने सुबह बच्चे के शव को दफन कर दिया
शहर के मोहल्ला हकीमबाड़ा निवासी हसन की ससुराल उसावां क्षेत्र के गांव गौंतरा पट्टी भौनी में है। हसन के मुताबिक करीब डेढ़ माह पहले उसकी पत्नी आसमां ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। उसका एक बेटा और एक बेटी हुई थी। तब से वह गौंतरा पट्टी भौनी गांव में ही रह रहे थे।
रविवार रात दंपती मकान की छत पर सो रहे थे। दोनों बच्चे रेहान और अलशिफा आसमां की चारपाई पर लेटे हुए थे। बताते हैं कि रात करीब तीन बजे बिल्ली आई और रेहान को मुंह में दबाकर ले गई। यह देखकर आसमां चीख पड़ी, जिससे हसन की भी आंख खुल गई। वह तुरंत बिल्ली के पीछे भागे।
इसे बाद बिल्ली रेहान को तो नहीं ले जा पाई लेकिन रेहान उसके मुंह से छूटकर घर के आंगन में जा गिरा, जिससे बालक की तुरंत मौत हो गई। रात तीन बजे हुई घटना के बाद परिवार में चीख-पुकार मच गई। मोहल्ले के कई लोग आ गए। सुबह तक परिवार में चीख-पुकार मचती रही। बाद में परिवार वालों ने बालक के शव को दफन कर दिया।
घर में 15 दिन से आ रही थी बिल्ली
हसन के अनुसार, बिल्ली उनके घर में करीब पंद्रह दिन से आ रही थी। उसे वह बार बार भगा देते थे। कुछ दिन पहले उसने रेहान के चेहरे पर पंजा मार दिया था, जिससे उसके काफी खरोंचे आई थी। उन्हें अनुमान नहीं था कि बिल्ली सोते हुए बच्चे को उठा ले जाएगी, अन्यथा वह सुरक्षा के इंतजाम कर लेते।
हसन ने बताया कि घर की छत पर बाउंड्री नही है। जब वह शोर मचाते हुए बिलै के पीछे भागे थे तो अचानक ही उसने रेहान को मुंह से छोड़ दिया, जिससे वह आंगन में गिर गया। रेहान की मौत से हसन और आसमां का रो रोकर बुरा हाल है।