भ्रष्टाचार के आरोपी कुलपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज, STF ने शुरू की जांच
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने कानपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार यह मुकदमा कुलपति पाठक और एक्सएलआईसीटी कम्पनी के मालिक अजय मिश्रा के खिलाफ 29 अक्टूबर को डेविड मारियो डेनिस नामक कारोबारी ने लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में दर्ज कराया था।
आरोपी अजय मिश्रा गिरफ्तार
उनके मुताबिक डेविड ने पाठक और मिश्रा पर डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर आगरा विश्वविद्यालय में अपने फर्म द्वारा किए गए कार्यों के पुराने बिलों का भुगतान कराने के नाम पर एक करोड़ 41 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। पाठक इस साल जनवरी से सितंबर तक आगरा विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति थे। एसटीएफ ने गत रविवार को आरोपी अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था। मिश्रा भी विश्वविद्यालय में परीक्षा से जुड़े कार्यों का संचालन करता है। उस पर कुलपति से मिलीभगत करने का आरोप है।
विनय पाठक ने की 15 प्रतिशत कमीशन की मांग-डेनिस
डेनिस ने यह भी आरोप लगाया है कि कुलपति विनय पाठक ने उससे 15 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी और नहीं देने पर काम देने पर रोक लगाने और अन्य किसी भी विश्वविद्यालय से काम मिलने पर रोक लगाने की धमकी भी दी थी। एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कुलपति की भूमिका की जांच की जा रही है। मामले से जुड़े वित्तीय लेनदेन, कॉल रिकॉर्ड तथा अन्य विवरण की जांच की जा रही है। इस बारे में जब कुलपति विनय पाठक से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका।