बस्ती न्यूज़: गौर थाना क्षेत्र में किशोरी के साथ हुई हैवानियत के छह दिन बाद भी इस घटना की दहशत लोगों में नजर आ रही है। एसएचओ गौर को हटाने के साथ ही थाने का चार्ज संभालने वाले इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय ने नए सिरे से इस केस की विवेचना शुरू कर दी है। वह पीड़िता के गांव पहुंचे और उसके माता-पिता से बातचीत कर केस में शुरू से अब तक के घटनाक्रम की जानकारी ली। विवेचक ने बताया कि इस वारदात में अब तक विवेचना और जुटाए गए तथ्यों की जानकारी लेने के साथ ही अन्य साक्ष्यों को जुटाया जा रहा है।
दूसरी तरफ प्रकरण में वारदात के आरोपितों से पुलिस गठजोड़ की जांच सीओ हर्रैया शेषमणि उपाध्याय स्तर से की जा रही है। आईजी के आदेश पर चल रही इस जांच बाद गौर थाने के कुछ पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है। एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी का कहना है कि जांच अभी चल रही है। रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्यवाही होगी। वारदात के छह दिन बीतने के बाद भी क्षेत्र में लोग सहमे हुए हैं। पुलिस उनमें सुरक्षा का विश्वास जागने में जुटी है।
आरोपी कुंदन सिंह के मकान में हुए जघन्य अपराध को लेकर बहू-बेटियां अब भी दहशत में हैं। इस मकान के साथ ही पीड़िता के घर पर अब भी पुलिस की सतर्कता बनी हुई है। इस मकान के पास स्थित बाजार में भी बहू-बेटियां खरीदारी करने जाने से अभी भी परहेज कर रही हैं। अधिकतर समय चौराहे पर सन्नाटा ही पसरा नजर आता है।
इधर पीड़ित परिवार से मिलने हाईकोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ता राहुल यादव पहुंचे। उन्होंने परिवार को इस केस की निशुल्क पैरवी कर न्याय दिलाने की पेशकश की। प्रयागराज के अधिवक्ता राहुल यादव ने बताया कि इस जघन्य घटना की जानकारी होने के बाद वह परिवार के लोगों से मिले। दूसरी तरफ मृतक किशोरी के परिवार के लोगों ने बताया कि एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी से मुलाकात करने की फिर कोशिश करेंगे।
वह लोग एसपी से मिलने गए थे लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई थी।