सिटी न्यूज़: उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में हत्या के मामले में पूछताछ के लिये लाये गये एक व्यक्ति की हिरासत में देर रात मौत होने के मामले में थानाध्यक्ष और एसओजी प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा कायम किया गया है। जिले के नवाबगंज थाने में पूछताछ के लिये लाये गये बिजली विभाग के लाइनमैन देव नारायण यादव की हिरासत में मौत के मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने गुरुवार को थानाध्यक्ष और एसओजी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। तोमर ने यूनीवार्ता काे बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर थानाध्यक्ष तेजप्रताप सिंह, एसओजी प्रभारी अमित यादव, आरक्षी मनोज, मिथलेश और धर्मेंद्र के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें थानाध्यक्ष के विरुद्ध हत्या का भी मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि हत्या के एक मामले में बुधवार को पूछताछ के लिये लाइनमैन देवनारायण यादव को नवाबगंज थाने में लाया गया था। थाने में अचानक उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल भेजा गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तोमर ने बताया कि इस मामले में मृतक के पिता रामवरन ने पुलिस पर प्रताड़ित कर बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतक का शव सड़क पर रखकर दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकरर धरना प्रदर्शन किया। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया। बाद में परिजनों ने शव को अयोध्या धाम ले जाकर कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया।
उन्होने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव ले जाते समय कुछ ग्रामीणों ने अयोध्या मार्ग पर सड़क पर शव रखकर हिंसक विरोध प्रदर्शन कर पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की। तोमर ने कहा कि इस मामले में दौ सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जायेगी। तोमर ने कहा कि इस मामले में एसओ और एसओजी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा चुका है। अन्य आरोपियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही जारी है। एसपी ने बताया कि पूरे प्रकरण की न्यायिक व विभागीय जांच करायी जा रही है।