लखीमपुर-खीरी। मंडी समिति से लाही बेचकर अपने घर धौरहरा जा रहे एक व्यापारी को चालक ने लिफ्ट देकर कार में बैठा लिया और एक किलोमीटर दूर जाकर साथियों की मदद से उसके पास से एक लाख रुपये लूट लिए। बाद में धक्का देकर उसे नीचे गिराकर कार समेत भाग निकले। घटना से आहत व्यापारी आत्महत्या करने जा रहा था। गनीमत रही कि रास्ते में उसे परिचित मिल गया, जिसने उसे काफी समझाया बुझाया और घर पहुंचाया। कार में एक महिला और एक पुरुष भी सवार था। पीड़ित ने घटना की तहरीर कोतवाली धौरहरा पुलिस को दी है।
धौरहरा कस्बे के मोहल्ला कोरियाना निवासी व्यापारी ताराचंद जायसवाल ने बताया कि वह शनिवार सुबह आठ बजे घर से किराए की पिकअप में लाही लादकर लखीमपुर मंडी गए थे। जहां उसने लाही बेची और लाही बिक्री का रूपया एक लाख 69 हजार लिया, जिसमें से एक लाख रुपये एक और 69 हजार रुपये दूसरी जेब में रख लिए। मंडी समिति मंडी गेट पर आकर खड़ा हो गया और पिकअप चालक सुबोध शुक्ला का इंतजार करने लगा। व्यापारी के मुताबिक इसी बीच एक स्लेटी रंग की कार आई और उसके चालक ने पुलिस चौकी राजापुर का रास्ता पूछा।
जिस पर व्यापारी ने हाथ के इशारे से उसे रास्ता बताया। जिस पर चालक ने कहा आप गाड़ी में बैठ जाइए। हम आपको भी राजापुर चौकी तक छोड़ देंगे। व्यापारी झांसे में आ गया और कार में बैठ गया। कार में बैठते ही इसमें सवार एक महिला और एक युवक ने उसे दबोच लिया। जेब में रखे एक लाख रुपये लूट लिए और करीब एक किलोमीटर दूर आगे जाकर गाड़ी से धक्का देकर उसे नीचे गिरा दिया और कार समेत भाग निकले। कुछ देर पिकअप चालक सुबोध शुक्ला भी आ गया। जिसे व्यापारी ने पूरी घटना बताई और वह अपने घर आ गया। पर इस घटना से व्यापारी अवसाद ग्रस्त होकर बिना परिजनों को कुछ बताए एक प्राइवेट बस पर बैठ कर आत्महत्या के इरादे से शारदा नगर पहुंच गया। वह पुल पर टहल रहा था। तभी धौरहरा कस्बे का परचित एक युवक उन्हें मिल गया। उसने व्यापारी को काफी समझाया बुझाया और रात करीब दस बजे उसके घर ले कर पहुंचा।