बरेली: बरेली को सेफ सिटी बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. महिला-बुजुर्ग और बच्चों की सुरक्षा को लेकर खास कदम उठाए जा रहे हैं. शहर के स्कूल-कालेज, अस्पताल समेत तमाम प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी को आईपी इनेवल कराकर आईसीसीसी (इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर) से जोड़ा जाएगा. गुंडई करने वाले तुरंत दबोच लिए जाएंगे. ये निर्देश कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने दिए. कमिश्नर ने सेफ सिटी की कार्ययोजना को लेकर मीटिंग की.
मीटिंग में नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने सेफ सिटी परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी. शहर के तमाम प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी को आईसीसीसी से जोड़ने की योजना के बारे बताया. कमिश्नर ने एसपी ट्रैफिक से शहर में संचालित सीसीटीवी के बारे में जानकारी की. शहर में 216 सीसीटीवी कैमरे नॉन आईपी बेस्ड हैं. कमिश्नर ने अभियान चलाकर सीसीटीवी को आईपी बेस्ड कराने के निर्देश दिए. कमिश्नर ने अधिकारियों को अंधेरे स्थानों की सूची नगर निगम को मुहैया कराने को कहा. ताकि वहां रोशनी के लिए लाइट लगाई जा सकें. मीटिंग में डीएम शिवाकान्त द्विवेदी, सीडीओ जग प्रवेश, सीएमओ बलवीर सिंह, एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह,बीएसए संजय, डीपीओ मोनिका राणा आदि प्रमुख से रहे.
ओला में भी लगेंगे कैमरे और पैनिक बटन
कमिश्नर ने सिटी बसों के साथ, ओला, उबर में कैमरे और पैनिक बटन लगवाने के निर्देश दिए. कोर्ट, जेल, स्कूल, कॉलेज, पार्क आदि हॉट स्पॉट की पहचान कर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए.
विद्यार्थियों को सुरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे
शहर के निजी और सरकारी स्कूल-कॉलेजों में विद्यार्थियों को कैरियर काउंसलिंग के साथ आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाएगी. उच्च शिक्षा विभाग एनसीसी और एनएसएस के वॉलंटियर को सेफ सिटी वालंटियर बनाया जाएगा. सेफ सिटी के तहत जागरूकता कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया.