लखनऊ: महानगर में रात मिडलैण्ड हॉस्पिटल के पास आर्टिफिशियल ज्वैलरी कारोबारी प्रतीक जायसवाल ने तेज रफ्तार में कार दौड़ाते हुए साइकिल और स्कूटी में टक्कर मार दी. वह साइकिल सवार माली धर्मेंद्र पाल (27) को कार में फंसा कर करीब 50 मीटर तक घसीटता रहा. टक्कर लगने से स्कूटी सवार नरेंद्र त्रिवेदी (30) हवा में दस फीट उछलने के बाद सिर के बल फुटपाथ पर जा गिरा. दोनों की मौके पर मौत हो गई. साइकिल और स्कूटी सवार को रौंदने के बाद भी प्रतीक ने रफ्तार कम नहीं की थी, तो राहगीर बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे. छानबीन में पता चला कि प्रतीक का पत्नी से झगड़ा हुआ था. वह कई दिनों से घर नहीं जा रहा था. पुलिस को हादसे से जुड़ा फुटेज मिला है, जिसके आधार पर आरोपी की तलाश जारी है.
रफ्तार के कहर से सड़क पर भगदड़: गोण्डा के कर्नलगंज दैनियागंज निवासी रिंकी के मुताबिक पति धर्मेन्द्र पाल (27) महानगर स्थित पार्क में माली थे. रात धर्मेन्द्र साइकिल से जरूरी काम से निकले थे. रात करीब नौ बजे वह मिडलैंड अस्पताल के पास पहुंचे ही थे तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया. इसके बाद पीछे आ रहे महानगर के पंतनगर निवासी स्कूटी सवार नरेन्द्र त्रिवेदी (30) को भी टक्कर मार दी. नरेन्द्र मूलरूप से गोण्डा के कर्नलगंज सीसामऊ के थे. वह आलमबाग स्थित फिनायल कंपनी में सेल्स मैनेजर थे. राहगीरों की मदद से दोनों को गंभीर हालत में भाउराव देवरस अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्र ने बताया कि कार नम्बर के आधार पर पुलिस प्रतीक के शालीमार गैलेंट स्थित घर पहुंची. वहां उसकी पत्नी और मां मिलीं. उन्होंने बताया कि प्रतीक का पत्नी से झगड़ा हुआ था. इसके बाद से वह घर नहीं लौटा. मोबाइल फोन भी बंद था. राहगीरों ने पुलिस को बताया कि हादसे के वक्त प्रतीक की कार की रफ्तार करीब 120 किमी प्रति घंटे थी. इंस्पेक्टर के मुताबिक प्रतीक ने तेज रफ्तार में कार भगाते हुए लेन बदली और सामने से आ रहे साइकिल-स्कूटी सवार को रौंद दिया.
घर पर इंतजार करते रहे लेकिन आई मौत की खबर
भाई सतेन्द्र के मुताबिक नरेन्द्र सुबह ड्यूटी पर गए थे. नरेन्द्र की पत्नी दीपाली और मासूम शीभू इंजतार कर रहे थे. रात करीब 9:30 बजे पता चला कि नरेन्द्र का एक्सीडेंट हो गया है. भागकर अस्पताल पहुंचे तो पता लगा कि उसकी मौत हो गई है. वहीं, धर्मेंद्र पाल की मौत की खबर सुनकर गर्भवती पत्नी रिंकी बेसुध हो गई. होश आने पर यही रट लगाए थी कि हमने बच्चे के लिए कितने सपने संजोए थे. बच्चे के दुनिया में आने से पहले ही धर्मेंद्र छोड़कर चले गए.
कई लोग कार की चपेट में आने से बाल-बाल बचे
पुलिस को मिले एक सीसी फुटेज में नजर आ रहा है कि साइकिल और स्कूटी में टक्कर मारने के बाद कार बेकाबू हो गई थी. मात्र तीन सेकेंड के चलते चपेट में आने से दो बाइक सवार बच गए. वे खौफजदा होकर सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठ गए. पुलिस पहुंचने के बाद बाइक सवार गंतव्य रवाना हुए.