कानपूर न्यूज़: पनकी इंडस्ट्रियल एरिया के इस्पात नगर में गोदाम निर्माण में बेसमेंट की खुदाई के दौरान दीवार ढहने से व्यापारी नेता की मौत हो गई. डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें निकाला गया. पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
कारबालो नगर निवासी व भाजपा उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष रहे रतन गुप्ता (60) का बी 20 इस्पात नगर, पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में सरिया और सीमेंट का गोदाम है. वहां छह माह से निर्माण कार्य चल रहा था. पीछे के हिस्से में 15 दिनों से बेसमेंट निर्माण के लिए दो जेसीबी से खुदाई की जा रही थी.
मुख्यमंत्री की जनसभा में शामिल होने के बाद रतन गुप्ता सीधे निर्माण साइट पर पहुंचे. वहां पर वह जेसीबी ड्राइवर को खुदाई के निर्देश दे रहे थे. इसी दौरान बगल में हिमांशु गुप्ता के डिटर्जेंट गोदाम की दीवार ढह गई, जिससे वह दीवार के नीचे आकर मलबे में दब गए. यह मंजर देख वहां काम कर रहे मजदूर भाग गए. डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद उन्हें निकाला गया. पुलिस उन्हें सर्वोदय नगर के एक निजी अस्पताल ले गई, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पनकी एसीपी निशांक शर्मा ने बताया कि मलबे में अधिक देर दबे रहने के कारण मौत हुई है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, हादसे के बाद मृतक कारोबारी के घर कोहराम मच गया
मोबाइल पर बात करना बना काल: प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जेसीबी चालक से बात करते समय कारोबारी के मोबाइल पर एक फोन आ गया, जिस पर वह मोबाइल से बात करने लगे. इसी दौरान अचानक दीवार भरभराकर गिर गई. वहां मौजूद लेबर ने शोर मचाकर कारोबारी से हटने की बात कही लेकिन मोबाइल पर बात करने के चलते कारोबारी ध्यान नहीं दे सके. वहीं उनके दबने के स्थान से थोड़ी दूर पर उनका मोबाइल पुलिस को पड़ा मिला. एक बार फिर मोबाइल की गलत लोकेशन की वजह से पुलिस ने दूसरी जगह खुदाई शुरू करा दी. वहीं, सन 2017 में निकाय चुनाव में रतन गुप्ता की पत्नी माया गुप्ता ने मेयर पद से चुनाव लड़ा था. बाद में वह भाजपा में शामिल हो गईं थी.
कारोबारी पर जेसीबी डालती रही मलबा: खौफनाक हादसे को देख वहां मौजूद लेबर भाग गए. एक कर्मचारी ने तत्काल पुलिस को मामले की जानकारी दी. मौके पर पुलिस ने दो जेसीबी से खुदाई तो शुरू कराई. लेकिन कारोबारी के दबने का स्थान पता ना होने के कारण जेसीबी गलत जगह से मलबा हटाती रही. तभी स्टाफ के कर्मचारी वहां मौजूद एक लेबर को पकड़ कर लाए, जिसमें पुलिस को कारोबारी के दबने का सही स्थान बताया. उसी स्थान पर जेसीबी से खुदाई के बाद मलबा डाला जा रहा था. फिर आनन-फानन में पूरा मलवा हटाकर कारोबारी को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.