लखनऊ। लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर बुधवार दोपहर को एक बार फिर बुलडोजर गरजा। नगर निगम की टीम ने सपा कार्यालय के बाहर अवैध निर्माण को हटा दिया है। अचानक हुई कार्रवाई से हड़कंप मच गया। बुलडोजर एक्शन को लेकर नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि पिछले 4 महीने से दुकानों को हटाने का नोटिस जारी किया गया था। मगर इन लोगों ने नहीं सुनी। इसके बाद जुर्माने की नोटिस भी दी गई थी, मगर फिर भी लोगों ने कब्जा नहीं छोड़ा। इसके बाद आज इन अवैध कब्जों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है।
दरअसल, सपा दफ्तर के सामने कई सालों से राजनीतिक पार्टियों के झंडे- स्टिकर और बैनर की दुकानें लगी हुई थीं। अब नगर निगम की इस कार्रवाई के बाद दुकानदारों में भी रोष देखने को मिल रहा है। नगर निगम के इस बुलडोजर एक्शन के विरोध में तो एक महिला दुकानदार ने अपना सिर मुंडवा लिया और कहा कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा तब तक वह अपने बाल नहीं रखेगी। दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम ने पैसे जमाकर दुकानों को आवंटित कराने की बात कही थी। इसके बाद भी अचानक कार्रवाई कर दी गई है। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि सीएम योगी ने गरीबों की दुकानों पर इस तरह से बुलडोजर नहीं चलाने की बात कही थी, इसके बाद भी अधिकारी नहीं मान रहे हैं। हम लोगों की रोजी रोटी इसी से चलती थी।