वार्ड में जगह-जगह टूटी सड़कें, पेयजल की आपूर्ति को भी होती है भारी परेशानी

Update: 2022-11-22 09:21 GMT

मोदीपुरम न्यूज़: सोफीपुर में स्थित वार्ड-सात के क ी कई कालोनियों में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। सड़कें टूटी पड़ी है। यहां से निकलना लोगों के लिए आसान नहीं है। कुछ स्थानों पर पानी की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है। जिसके चलते लोगों को सरकारी हैंडपंप के पानी का इस्तेमाल करना पड़ता है। पार्कों की गंदगी का हाल जानने के लिए आज तक कोई भी नगर निगम का कर्मचारी नहीं पहुंचा है। जिससे कालोनी के लोगों में रोष है। इस वार्ड के पार्षद भी विकास कराने का दम भरते हैं, लेकिन उनका यह दम सिर्फ दम तोड़ता हुआ नजर आ रहा है। क्योंकि इस वार्ड की कालोनियों में अधिकत्तर ऐसी कालोनियां है। जहां सफाई नहीं हो रही है। इस वार्ड के रहने वाले वरुण कुमार का कहना है कि आज तक कालोनियों में साफ-सफाई अभियान ही पूरा नहीं हुआ। जिन पार्कों को बनवाने के लिए कालोनी के लोगों ने मेहनत और मशक्कत की है। आज उन पार्कों की हालत ही दयनीय हो रही है। क्योंकि इन पार्कों में सफाई नहीं हो पा रही है।

जगह-जगह पार्कों में गंदगी के ढ़ेर लगे हुए हैं। कालोनीवासियों ने इसकी शिकायत नगर निगम में की है, लेकिन उसके बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सुनील कुमार का कहना है कि इस वार्ड के कुछ रास्ते ऐसे है। जो सही थे, लेकिन उन्हे जबरन टूट-फूट कराकर दोबारा बनाया गया। जबकि ऐसे रास्ते वार्ड के अंदर है। जोकि टूटे फूटे हैं और उन्हे बनवाया जाना चाहिए था, लेकिन उन मार्गों को आज तक नहीं बनवाया गया है। जिससे कालोनी के लोग परेशान है। यह जर्जर मार्ग हादसों का सबब बन रहे हैं। ऐसे में लोगों को निजात दिलाने के लिए नगर निगम में कई बार शिकायत की गई। शिकायत के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौधरी रामशरण का कहना है कि पानी की आपूर्ति कुछ स्थानों पर ठीक से नहीं हो पा रही है। लोगों को पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। नगर निगम के अधिकारी जान बूझकर मामले को अनदेखा करते हैं। जिसके चलते लोग परेशान होते हैं। इसलिए नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जिससे लोगों को परेशानी न हो सके। चंद्रकला रावत का कहना है कि नगर निगम जानबूझकर अनदेखा करता है। सफाई व्यवस्था बदहाल है। पानी की आपूर्ति समय से नहीं होती। सड़कें टूटी पड़ी है। चारों तरफ समस्याएं ही समस्याएं है। इनका समाधान होना भी बेहद जरूरी है। सुनीता बिष्ट का कहना है कि नगर निगम को वार्ड की समस्याओं पर अपना ध्यान देना होेगा। अगर समय रहते। इन समस्याओं का हल नहीं हुआ तो निश्चित ही कालोनी के लोगों को परेशानी होने के साथ साथ संक्रमक रोग भी फैलने लगेगा। क्योंकि सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से न होने के कारण लोग बीमारी का भी शिकार होते जा रहा है। इसलिए सफाइ व्यवस्था होनी बेहद जरूरी है।

पार्षद का कथन: सोफीपुर के वार्ड-सात में 2011में 16 हजार वोट थी। 2022 में 18757 वोट हो गई है। इस वार्ड की आबादी 50 हजार के करीब है। इस वार्ड के पार्षद महेंद्र भारती का कहना है कि 1995 से लेकर 2022 तक यह वार्ड अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित रहा है। सन् 2012 में सामान्य महिला के लिए यह वार्ड आरक्षित रहा था। इस वार्ड में उन्होंने लगभग सात करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य कराए है। एकता नगर की सड़कें, सोफीपुर में अम्बेड़कर भवन के पास टॉयल्स का कार्य, सोफीपुर में श्मशान में कार्य के अलावा विभिन्न कालोनियों में विकास कार्य कराए है। वार्ड में किसी भी वर्ग के लोगों को परेशानी न हो। इसको ध्यान में रखते हुए कार्य किया गया है। इसलिए उनके द्वारा वार्ड में सभी को हित में ध्यान रखते हुए कार्य किया गया है।

Tags:    

Similar News

-->