पीलीभीत। पुराने विवाद में सड़ा गौटिया और चिड़ियादाह के दो पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि एक पक्ष ने पुलिस के सामने ही गुंडई करने के बाद अपने सिर में ईट मारकर चोट मार ली और फिर अस्पताल में भर्ती हो गया। फिर पुलिस दबाव में कारवाई से बचती रही। बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भी पहुंचे लेकिन सुनगढ़ी पुलिस ने तहरीर से ही मना कर दिया।
घटना माधोटांडा रोड पर सड़ा गौटिया गांव की है। एक पक्ष का कहना था कि वह अनुसूचित जाति के है। उनके बेटे गुड्डू को फोन करके चिड़ियादाह के लडको ने शुक्रवार देर शाम फोन करके बाहर बुलाया। उसके बाद उसे मारपीट करने लगे। मोबाइल भी छीनने की कोशिश की और कार में बैठाने लगे। उसके बाद शोर सुनकर ग्रामीण जमा हो गए। फिर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। जिसपर युपी 112 पुलिस आ गई। आरोप है कि युवक ने पुलिस के सामने ही अपने सिर पर ईट मारकर खुद को लहूलुहान कर लिया। उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। सुनगढ़ी पुलिस ने पीड़ित पक्ष से ही तीन लड़कों को हिरासत में ले लिया। उसके बाद सुनवाई नहीं की तो बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हरीश कुमार भी पहुंच गए। मगर पुलिस के फिर भी अनसुना कर दिया।
इसे लेकर पुलिस पर आरोप लगाए गए। उधर, दूसरे पक्ष का कहना था कि उनके बेटे को बुलाकर हमला कर लहूलुहान कर दिया गया। जिसे अस्पताल भर्ती कराया गया है। इंस्पैक्टर राजीव शर्मा का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस के सामने सिर फोड़ने की बात नही है। यह गलत आरोप लगाए गए हैं। मोबाइल से काल लगाने को लेकर झगड़े की बात सामने आई है।