1896 को जन्मे 125 साल के बुजुर्ग ने ली कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज, इस बात से स्वास्थकर्मी हुए भौच्चके
साल 1896 का जिक्र करने पर लगता है जैसे किसी बहुत पुरानी घटना पर बात हो रही है, लेकिन
वाराणसी: साल 1896 का जिक्र करने पर लगता है जैसे किसी बहुत पुरानी घटना पर बात हो रही है, लेकिन एक शख्स ऐसे हैं जिनका जन्म इसी साल हुआ और न सिर्फ जीवित हैं बल्कि स्वस्थ भी हैं. 9 अगस्त, 1896 को जन्मे 125 साल के बुजुर्ग ने आज वाराणसी में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की दूसरी डोज़ भी लगवा ली है. वह वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्र पहुंचे तो आधार कार्ड (Adhar Card) पर लिखी उम्र देख स्वास्थकर्मियों के होश उड़ गए.
बुजुर्ग का नाम शिवानन्द है. वाराणसी (Varanasi) में टीकाकरण अभियान के दौरान एक 125 वर्षीय व्यक्ति स्वामी शिवानंद ने वैक्सीन की अपनी दूसरी खुराक ली. शिवानंद को वैक्सीन का सबसे बुजुर्ग प्राप्तकर्ता माना जा रहा है. सीएमओ कार्यालय परिसर स्थित नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गाकुंड में शिवानंद ने वैक्सीन प्राप्त की.
लंबी उम्र का राज बताया
स्वामी शिवानंद ने बताया कि उनकी लंबी उम्र का राज योगा है. उन्होंने बताया कि वह हर दिन योगाभ्यास करते हैं और बिना तेल और मसालों के खाना खाते हैं. उसके साथी ने बताया कि शिवानंद अकेले रहते है, अभी भी स्वस्थ है और उनमें कोई बीमारी नहीं है. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सारिका राय ने बताया कि स्वामी शिवानंद पिछले कई वर्षों से काशी में रह रहे हैं. उन्हें नौ जून को पहली खुराक दी गई थी.
उनके आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड देखकर स्वास्थ्य कर्मचारी तब चौंक गए, जब उन्होंने देखा कि इस पर उनकी जन्मतिथि 8 अगस्त, 1896 अंकित है. मूल रूप से बंगाल के श्रीहट्ट जिले के निवासी स्वामी शिवानंद लगभग 40 वर्षो से वाराणसी के भेलूपुर में कबीर नगर कॉलोनी में रह रहे हैं.