फर्जी हस्ताक्षर व मोहर से भरे बोर्ड के फार्म
प्रत्याहरण की कार्रवाई शुरू करने के आदेश
फैजाबाद: यूपी बोर्ड की 2024 में प्रस्तावित हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा में फर्जी तरीके से दो छात्रों को परीक्षा दिलाए जाने के प्रयास का भण्डाफोड़ हुआ है. जनपद के एक वित्तविहीन मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय ने जिला विद्यालय निरीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर और मोहर के जरिये हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के ऑफलाइन परीक्षा फार्म भरवा दिये, वह भी एक ही एसआर नम्बर पर. मामले का खुलासा आवेदन पत्रों की जांच के दौरान हुआ. जिला विद्यालय निरीक्षक ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पर एफआईआर दर्ज कराने के साथ विद्यालय की मान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए हैं.
जिले के गया प्रसाद इंटर कॉलेज से डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर और मोहर लगाकर पहले दो प्राइवेट विद्यार्थियों की टीसी की काउंटर साइन करवाई गई. उसके बाद प्राइवेट परीक्षा आवेदन पत्र अग्रसारण केन्द्र राजकीय इंटर कॉलेज टकसरा से सत्यापित करवा लिया. यह मामला तब पकड़ा गया जब डीआईओएस कार्यालय में राजेश तिवारी सहित अन्य शिक्षकों द्वारा परीक्षा फार्मों की जांच की जा रही थी. जांच के बाद ही बोर्ड परीक्षा 2024 के आवेदन पत्रों को ऑनलाइन फीड किया जाएगा. बताया गया कि जांच में एक ही एसआर नम्बर 3692 फाइल नं. 37 पर एक हाईस्कूल व एक इण्टरमीडिएट के प्राइवेट परीक्षार्थी का नाम दर्ज था. जबकि इस एसआर नम्बर पर पहले से ही दूसरे छात्रों का नाम दर्ज है. इस बारे में जब टीसी काउंटर साइन करने के लिए अधिकृत जीआईसी के उप प्रधानाचार्य राम निहोर से पूछा गया तो उन्होंने अपने हस्ताक्षर होने से इंकार किया. डीआईओएस डॉ.राजेश कुमार आर्या ने बताया कि जब गया प्रसाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने एसआर रजिस्टर मांगा गया तो वह तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं.