ककरैठा जंगल से खून में सने कपड़े हुए बरामद

Update: 2023-06-21 12:06 GMT

आगरा न्यूज़: अंजलि बजाज के हत्यारोपी प्रखर गुप्ता ने पुलिस कस्टडी रिमांड पर नया ड्रामा किया. खुद को नाबालिग बताने लगा. जिद करने लगा कि उसे भी किशोर संप्रेक्षण गृह में भेजा जाए. आखिर तक वह पुलिस को गुमराह करता रहा. रिमांड पर पुलिस सिर्फ खून से सने हत्यारोपियों के कपड़े ही बरामद कर सकी. अंजलि बजाज का मोबाइल नहीं मिला. शातिर ने पुलिस को चार घंटे तक ककरैठा के जंगल में घुमाया.

भावना एरोमा (शास्त्रत्त्ीपुरम) निवासी अंजलि बजाज सात जून को ककरैठा स्थित वनखंडी महादेव मंदिर के पास लापता हुई थीं. वह अपनी बेटी को देखने आई थीं. दूसरे दिन उनका शव मिला था. पुलिस ने कारोबारी की नाबालिग बेटी के प्रेमी प्रखर गुप्ता और उसके दोस्त शीलू को गिरफ्तार करके जेल भेजा था. मां की हत्या की साजिश में बेटी भी शामिल थी. उसे महिला बाल संप्रेक्षण गृह गाजियाबाद भेजा गया था. अंजलि बजाज का मोबाइल और हत्या के समय आरोपियों ने जो कपड़े पहने थे उन्हें बरामद करने के लिए दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया गया था. कोर्ट ने 34 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की थी. की शाम पुलिस ने दोनों आरोपियों को पुन जेल में दाखिल कर दिया.

इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद कुमार साही ने बताया कि प्रखर गुप्ता ने रिमांड पर भी पुलिस को घुमाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पहले पुलिस को ही कठघरे में खड़ा करने का प्रयास किया. कहने लगा कि कारोबारी की बेटी ही नहीं वह भी नाबालिग है. उसका दोस्त शीलू बालिग है. पुलिस ने प्रखर गुप्ता का आधार कार्ड और हाईस्कूल की अंकतालिका मंगवाई. दोनों में जन्मतिथि अलग थी. पुलिस ने प्रखर के छोटे भाई की हाईस्कूल की अंकतालिका मंगवाई. दोनों की उम्र में महज छह महीने का अंतर था. पुलिस ने पूछा कि यह कैसे संभव है. पुलिस ने उसके आधार कार्ड पर अंकित जन्मतिथि को सही माना. हत्यारोपी ने पुलिस के कई घंटे इसमें खराब कर दिए. इसके बाद पुलिस उसे ककरैठा के जंगल में लेकर गई.

मोबाइल के चक्कर में पुलिस को चार घंटे तक घुमाया जंगल में एक घंटे की छानबीन के बाद पुलिस को एक शर्ट और टीशर्ट मिली. उन पर खून लगा था. हत्यारोपियों ने बताया कि वारदात के समय प्रखर ने टीशर्ट और शीलू ने शर्ट पहन रखी थी. प्रखर अपने बैग में कपड़े लेकर आया था. हत्या के बाद उन्होंने जंगल में ही कपड़े बदल लिए थे. अंजलि बजाज का मोबाइल भी उसने स्विच ऑफ करके जंगल में फेंकने की जानकारी दी. पुलिस ने चार घंटे तक जंगल खंगाला, लेकिन मोबाइल नहीं मिला. पुलिस को आशंका है कि प्रखर पुलिस को गुमराह कर रहा था.

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