यूपी विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने नया दांव चला है। इस दांव से भाजपा पूर्वांचल में सैंथवार, कुर्मी और दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश करेगी। दरअसल भाजपा ने विधान परिषद की दो रिक्त सीटों के लिए हो रहे चुनाव में संगठन पदाधिकारियों पर ही भरोसा जताया है। पार्टी ने एक सीट पर गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और दूसरी पर काशी क्षेत्र की उपाध्यक्ष निर्मला पासवान को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने शनिवार को इनकी उम्मीदवारी का पत्र जारी कर दिया। एक अगस्त यानि सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन है।
इन दोनों सीटों के लिए पार्टी में दावेदारों की लंबी कतार थी। वहीं पार्टी के कई दिग्गज भी अलग-अलग चेहरों की पैरवी कर रहे थे। अंतत: सफलता गोरखपुर और प्रयागराज क्षेत्र के दो क्षेत्रीय पदाधिकारियों के हाथ लगी। सैंथवार गोरखपुर शहर के इंटरमीडिएट कालेज में शिक्षक हैं। सैंथवार कुर्मी और निर्मला पासवान दलित वर्ग से आती हैं। इन्हें परिषद का टिकट थमा भाजपा ने पूर्वांचल के कूर्मियों और दलितों को साधने का प्रयास किया है। बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कुर्मी वोट बैंक भाजपा से काफी संख्या में छिटक गया था। दोनों के निर्विरोध चुने जाने की संभावना है। बता दें कि यह सीटें सपा नेता अहमद हसन के निधन और भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के विधायक चुने जाने के चलते रिक्त हुई हैं।
मनोनयन कोटे की 6 सीटें बाकी
विधान परिषद की मनोनयन कोटे की 6 सीटें भी रिक्त हो गई हैं। इन सीटों के लिए भी भाजपाई प्रत्याशी बनने को जोर आजमाइश में जुटे हैं। माना जा रहा है कि इन सीटों को लेकर फैसला पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष के ऐलान के बाद होगा। फिलहाल चुनाव वाली दोनों सीटें पूर्वांचल के खाते में गई हैं। ऐसे में मनोनयन कोटे में पश्चिम के कुछ चेहरों को वरीयता मिल सकती है।