प्रतापगढ़ न्यूज़: सुवंसा नगर पंचायत में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. आयोजन में सांसद व जिला अध्यक्ष को पहुंचना था. टिकट न मिलने का विरोध जता रहे कुछ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को पुलिस ने थाने बुलाकर बैठा लिया. पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आरोप था कि लगभग दो घंटे तक उन्हें थाने में बैठाया गया, कार्यक्रम खत्म होने के बाद उन्हें जाने दिया.
थाने में बैठाए गए एक भाजपा पदाधिकारी ने बताया कि सुबह दुकान पर पुलिस पहुंची और उन्हें थाने चलने के लिए कहा. वहां पर सांसद व जिलाध्यक्ष से मुलाकात हुई. मेरे साथ कुछ पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी थे. ऑडियो वायरल को लेकर सांसद ने पूछा था, मैंने उन्हें दो टूक जवाब दिया. कहा कि निकाय चुनाव में सुवंसा नगर पंचायत को छोड़कर जहां भी पार्टी चुनाव को लेकर जिम्मेदारी देगी उसका निर्वहन किया जाएगा. इस पूरे प्रकरण के दौरान पुलिस ने लगभग दो घंटे उन्हें थाने में बैठाए रखा. हम लोग कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए. थानाध्यक्ष फतनपुर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि विरोध की आशंका को देखते हुए कुछ भाजपा नेताओं को बातचीत के लिए थाने बुलाया गया था. आयोजित कार्यक्रम में सादी वर्दी में कुछ सिपाहियों को लगाया था.
किसी को हाउस अरेस्ट नहीं किया गया था. इन लोगों ने संसद के विरोध में ऑडियो वायरल किया था. सांसद का पद संवैधानिक होने के नाते इन लोगों को बुलाया गया था. हालांकि बाद में सांसद और जिलाध्यक्ष खुद आए. उनमें बातचीत हुई और सभी साथ गए. वह लोग मीटिंग में भी मौजूद थे.
-विनय प्रभाकर साहनी, सीओ रानीगंज