उत्तरप्रदेश : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की बंपर जीत से भाजपा डर गई है। इसलिए भाजपा निकाय चुनाव को जान बूझकर टाल रही है। इसीलिए भाजपा सरकार ने पहले सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विपरीत निकाय चुनाव का आरक्षण किया। इसके बाद फिर उच्च न्यायालय में भी गलत शपथ पत्र दिए। सपा मुखिया मंगलवार को मैनपुरी पहुंचे। उन्होंने मलपुर स्थित एक विद्यालय में आयोजित धन्यवाद सभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि अच्छे दिनों का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने केवल महंगाई और बेरोजगारी ही दी है। भाजपा सरकार में सभी व्यवस्थाएं बदहाल हैं। नालियां, गंदगी, जाम पूरे प्रदेश में ये समस्याएं लोगों के सामने बनी हुई हैं। इनसे सरकार लोगों को निजात नहीं दिला पा रही है। इसी के कारण निकाय चुनाव को टालने का काम कर रही है।
उन्होंने भाजपा पर चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में जहां भी नगर निकाय में भाजपा के चेयरमैन और मेयर था, वहां डेंगू अधिक फैला। क्योंकि वहां जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिल सकी। उन्होंने मैनपुरी की जनता का लोकसभा उपचुनाव में बंपर जीत के लिए धन्यवाद किया। इसके साथ ही बिना किसी भेदभाव के साथ देने का वादा भी किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण को छीनना चाहती है। लेकिन समाजवादी पार्टी इसके लिए संघर्ष करेगी।
किसानों के मुद्दों पर भाजपा को घेरा
भाजपा सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने की बात पर अखिलेश ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि किसान यूरिया और डीएपी के लिए परेशान है। अगर बुवाई कर लेता है तो गोवंश फसल खा जाते हैं। अगर किसी तरह फसल तैयार भी हो जाती है तो उसका दाम नहीं मिल पाता है। इससे किसान परेशान है। इस कार्यक्रम से पहले अखिलेश यादव नौरंगाबाद में आयोजित साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम में और भोगांव के गिहार कॉलोनी स्थित वरुण गिहार के आवास पर भी पहुंचे। उप चुनाव में वरुण गिहार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
'नदियों में गिर रहे नाले, कैसे साफ होगी गंगा'
गंगा नदी को निर्मल बनाने के लिए भाजपा सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान पर भी सपा प्रमुख ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में नाले नदियों में गिर रहे हैं। जिले की सीमा से होकर गुजरने वाली गंगा की सहायक नदी काली नदी में सीधे नाले गिरने की भी उन्होंने बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार हजारों करोड़ गंगा को स्वच्छ बनाने के नाम पर खर्च कर रही है, लेकिन सहायक नदियों पर गिरने वाले नालों पर रोक नहीं लगाई जा सकी।
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