बदायूं के दातागंज में बिहारीपुर के अभिषेक के हत्यारों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है लेकिन इसमें एक नई बात यह सामने आई है कि हत्यारे उसका मोबाइल भी लूटकर ले गए थे। इससे माना जा रहा है कि मोबाइल में हत्यारों या उनसे जुड़ा कोई सुबूत जरूर था। वह उसकी हत्या करने ही आए थे। चाकू से हमला करने के दौरान उनके चेहरों पर बाइक की लाइट पड़ी थी, तभी वह अभिषेक को छोड़कर भागे थे।
यह मामला 30 अगस्त की रात का है। उस दौरान बिहारीपुर निवासी 20 वर्षीय अभिषेक हजरतपुर से अपने घर लौट रहा था। तभी रास्ते में बिहारीपुर और डहरपुर के बीच तीन लोगों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया था, जिससे बरेली ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई थी। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि जिस दौरान हमलावर अभिषेक पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर रहे थे।
उसी वक्त बिहारीपुर निवासी असलम और अजीत बाइक पर डहरपुर जा रहे थे। जैसे ही उनकी बाइक की लाइट हत्यारों के चेहरे पर पड़ी थी कि हत्यारे अभिषेक को छोड़कर भाग खड़े हुए थे। तब तक वह अभिषेक पर चाकू के पांच वार कर चुके थे। उन्होंने सीने में दो, दोनों हाथों में एक-एक और पेट में एक वार किया था। अगर उनके चेहरों पर बाइक की लाइट नहीं जाती तो शायद हमलावर अभिषेक पर चाकू से और वार करते। उसकी मौके पर ही हत्या कर देते।
कोतवाली पुलिस ने असलम और अजीत से भी जानकारी ली है। बताया जा रहा है कि अभिषेक का मोबाइल भी घटनास्थल पर नहीं मिला था। इससे पुलिस मान रही है कि हत्यारे उसका मोबाइल भी ले गए। उसका मोबाइल तब से बंद आ रहा है। कोतवाली पुलिस मामले की छानबीन करने में लगी है लेकिन अभी तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा है।
भाड़े के हत्यारे होने की आशंका तेज
अभिषेक की हत्या में परिवार वालों ने जिन लोगों पर शक जताया है। कोतवाली पुलिस प्रथम दृष्टतया उन्हें दोषी नहीं मान रही है। तो वहीं अभिषेक ने भी हत्यारों को पहचानने से इन्कार किया था। इससे यह भी माना जा रहा है कि हत्यारे भाड़े के भी हो सकते हैं। हालांकि कोतवाली पुलिस सभी एंगल पर छानबीन कर रही है।