बड़ा हादसा: झोपड़ी में आग लगने से जिंदा जला घर का चिराग, पशुओं को बचाने में गई 14 वर्षीय किशोर जान
जिंदा जला घर का चिराग
एटा के मिरहची थाना क्षेत्र के गांव बुढैना में रविवार की सुबह झोपड़ी में आग लग गई। आग से पशुओं को बचाने के दौरान एक किशोर लपटों में घिरने से जिंदा जल गया। एक बकरी भी जलकर मर गई। झोपड़ी में आग लगने की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने किशोर के शव का पोस्टमार्टम कराया है।
गांव बुढ़ेना निवासी लेखराज के 14 वर्षीय पुत्र सोनू की आग की लपटों में घिरने के बाद जलकर मौत हो गई। मृतक के पिता ने बताया कि रविवार की सुबह करीब 10 बजे अचानक मकान के सामने बनी झोपड़ी में आग लग गई थी। झोपड़ी में भैंस, गाय, बछिया और एक बकरी बंधी हुई थी।
किशोर के ऊपर गिर गई थी जलती हई लकड़ी
आग लगने के बाद जानवर चिल्लाने लगे। इनको बचाने के लिए सोनू झोपड़ी में घुस गया। पशुओं को खोल दिया। जब वह बकरी को बचाने का प्रयास कर रहा था तभी झोपड़ी में लगी लकड़ी टूटकर उसके ऊपर गिर गई। आग ने सोनून को अपने आगोश में ले लिया। जिससे जिंदा जलकर उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना पर सीओ सदर राघवेंद्र और तहसीलदार सीपी सिंह सहित मिरहची थाना प्रभारी गांव पहुंचे। उन्होंने घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने शव का पंचानामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
घर का अकेला ही चिराग था सोनू
ग्रामीणों ने बताया कि सोनू अपने घर का अकेला ही चिराग था। उसके कोई बहन भी नहीं है। माता-पिता ने बड़े ही लाड़ प्यार से उसे पाला था। बेटे की मौत से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
फायर बिग्रेड को नहीं दी सूचना
झोपड़ी में जिस समय आग लगी उस समय किसी ने दमकल विभाग को सूचना ही नहीं दी। गांव के लोग आग बुझाने में लग गए। आग की सूचना डायल 112 पर दी गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
सीओ सदर राघवेंद्र राठौर ने बताया कि आग लगने की सूचना डायल 112 पर आई थी। सूचना मिलते ही थाना मिरहची पुलिस को वहां भेजा गया। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। आग में किशोर और बकरी की जलकर मौत हुई है।