बरेली: स्मार्ट ग्राम पंचायत भरतौल के नाम पर एक और सितारा लगने जा रहा है. बुलंदशहर की शहजादपुर कनैनी ग्राम पंचायत के बाद भतरौल प्रदेश की दूसरी आईएसओ 9001-2015 सर्टिफाइड ग्राम पंचायत बनेगी. डीपीआरओ ने मुख्यालय को आईएसओ सर्टिफाइड कराने का प्रस्ताव भेजा है. जल्दी ही ग्राम पंचायतों में आईएसओ सर्टिफाइड करने से पहले सत्यापन करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
भरतौल ग्राम पंचायत राज्य और केंद्र सरकार से कई बार पुरस्कृत हो चुकी है. कार्बन उत्सर्जन तटस्थ करने के लिए गांव में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. गांव में हर तरफ सीसी रोड हैं. अन्नपूर्णा शॉप की शुरुआत प्रदेश में सबसे पहले भरतौल गांव से हुई है. यहां गरीबों को राशन के साथ गांव के लोगों को सीएससी और जनरल स्टोर की सुविधा भी मिल रही है. पूरा गांव सीसीटीवी की निगरानी में है. गांव में घर-घर आरओ का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है. भरतौल के सरकारी प्राइमरी और जूनियर स्कूल प्रदेश में मॉडल हैं.
पंचायत घर को प्रदेश में पहला स्थान हासिल हो चुका है. पंचायत घर में लर्निंग सेंटर भी बनाया गया है. जहां प्रोजेक्टर के जरिए ट्रेनिंग दी जाती है. भरतौल में सिटीजन चार्टर लागू है. शिकायतों को तय समय में निस्तारण किया जाता है. कूड़ा निस्तारण के लिए गांव में पुख्ता व्यवस्था है. प्रशासन ने भरतौल गांव को आईएसओ सर्टिफाइड कराने की कवायद शुरू की है.
भरतौल को आईएसओ सर्टिफाइड कराने के लिए काम शुरू करा दिया गया है. आईएसओ सर्टिफाइड कराने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है. उम्मीद है जल्दी आईएसओ सर्टिफाइड कराने की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी. - धर्मेंद्र कुमार, डीपीआरओ