कुंडा सीएचसी में जल्द बनेगा बेड का सिक न्यूबोर्न केयर इकाई वार्ड
जिसमें 28 दिन तक के नवजात शिशुओं का इलाज हो सकेगा
प्रतापगढ़: गंभीर रूप से बीमार शिशुओं के इलाज के लिए अब लोगों को प्रयागराज, लखनऊ, रायबरेली जाने की जरूरत नहीं होगी. स्वास्थ्य विभाग ने कुंडा सीएचसी में ही सिक न्यूबोर्न केयर इकाई (एसएनसीयू) को स्थापित करने को 41 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है. जिसमें 28 दिन तक के नवजात शिशुओं का इलाज हो सकेगा.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुंडा में नवजात शिशुओं के इलाज की तत्कालिक व्यवस्था नहीं होने से तीमारदारों को 70 किमी का सफर तय करके रायबरेली, प्रयागराज या अन्य जनपद मुख्यालय जाना पड़ता है. ऐसे में समय से बीमार नवजातों को इलाज नहीं मिल पाने पर उनके जीवन पर संकट भी रहता है. महाप्रबंधक बाल स्वास्थ्य डॉ.सूर्यांशू ओझा की संस्तुति पर कुंडा सीएचसी को बेड की सिक न्यूबोर्न केयर इकाई (एसएनसीयू) की स्थापना के लिए 41 लाख रुपये का बजट स्वीकृत हो गया है. सीएमओ स्तर से इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. नए वित्तीय वर्ष अप्रैल से निर्माण कार्य शुरू होगा. एसएनसीयू के तैयार होने पर 28 दिन तक के बीमार नवजात शिशुओं का सम्पूर्ण इलाज शुरू होगा. इलाज के लिए न केवल नए आधुनिक तकनीकी के उपकरण खरीदे जाएंगे, बल्कि तीन बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों, पांच स्टाफ नर्स की भी तैनाती की जाएगी. जल्द ही एसएनसीयू से जुड़ी स्टाफ नर्सों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. सीएचसी में एसएनसीयू की सेवा शुरू होने के बाद इलाके के लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी. समय से नवजात शिशुओं को इलाज मिलेगा.