बीडीए की रामगंगा नगर की भूमि पूरी तरह से कब्जा मुक्त, अवैध मकानों को किया ध्वस्त

Update: 2022-11-13 17:53 GMT
बरेली। रामगंगा नगर में 75 करोड़ की जमीन पर वर्षों से काबिज लोगों के घरों पर रविवार को बीडीए ने बुलडोजर चलाकर 20 हजार वर्ग मीटर जमीन को मुक्त करा लिया। सुबह शुरू हुई कार्रवाई दोपहर बाद तक शांतिपूर्वक रही, शाम होते -होते कुछ लोग उग्र हो गए। उन्होंने टीम की तरफ पत्थर फेंका, जो बुलडोजर पर लगा।
रामगंगा नगर योजना सेक्टर 3 में सैकड़ों लोग मुआवजा लेने वालों से ही सस्ते में प्लाट लेकर काबिज हो गए थे। मुआवजा लेने वाले कुछ किसानों ने तमाम लोगों के साथ धोखाधड़ी कर सरकारी जमीन को फिर से बेच दिया। प्राधिकरण छह माह से जमीन खाली करने के लिए नोटिस भेजा जा रहा था।
शुक्रवार को लोगों से रविवार तक मकान खाली करने को कहा गया , लेकिन इन लोगों ने अनसुना कर दिया। इस पर रविवार को प्राधिकरण के सचिव योगेन्द्र कुमार के नेतृत्व में विशेष कार्याधिकारी गौतम कुमार के साथ अधिशासी अभियंता आशु मित्तल, अवर अभियंता व पुलिस फोर्स की टीम ने 20 हजार वर्ग मीटर जमीन पर काबिज लोगों के मकानों पर बुलडोजर चलाकर खाली करा ली।
इस दौरान एसपी सिटी राहुल भाटी, डिप्टी एसपी डा. तेजवीर सिंह, सीओ थर्ड, इंस्पेक्टर बिथरी शितांशु कुमार, महिला थाना प्रभारी सहित बीडीए के एई प्रमोद कुमार गुप्ता, आरके चौधरी, अनिल कुमार, कमलेश्वर प्रसाद, रजत कुमार एवं सभी जेई व प्राधिकरण का स्टाफ मौजूद रहे।
बरेली। विकास प्राधिकरण की अर्जित भूमि पर काबिज लोगों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए इन अवैध कब्जेदारों को रियायती दरों पर प्राधिकरण के प्लाट प्राप्त करने का अवसर दिया गया था। इन को बिना डाउन पेमेंट के 10 वर्षों में भुगतान करने की सुविधा दी गई थी, जो लोग प्लाट लेने के इच्छुक नहीं थे, उन्हें बार-बार अनुरोध किया जा रहा था कि वह अपनी वैकल्पिक व्यवस्था कर लें ताकि अवैध कब्जों को हटवाकर आवंटियों को उन्हें आवंटित भूखंडों का कब्जा दिया जा सके। अवैध कब्जों के कारण पूर्ण भुगतान के बाद भी बडे़ पैमाने पर आवंटियों को कब्जा नहीं दिया जा रहा था।
दो साल पहले बरेली विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष बनकर आए जोगिन्दर सिंह ने 270 हेक्टेयर क्षेत्र की रामगंगानगर योजना को पूरी तरह कब्जामुक्त करते हुए आवंटियों को अपना आशियाना बनाने का रास्ता साफ कर दिया है। सेक्टर - 3 में रविवार को हुई कार्रवाई में महत्वपूर्ण बात यह हुई है कि इस सेक्टर के लिए प्राधिकरण ने 2007-08 में 85 लोगों को भूखंड आवंटित कर दिए थे। आवंटी यहां अपना मकान बनाना चाहते थे, लेकिन जमीन पर काबिज लोगों की वजह से उनका सपना पूरा नहीं हो रहा था। वीसी जोगिन्दर सिंह ने 85 लोगों का सपना भी पूरा कर दिया है।

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