Basti: जिस कंप्यूटर से बन रही थीं फर्जी रसीदें उसे ही कर दिया गायब

Update: 2024-11-14 05:33 GMT

बस्ती: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम में कई बार उपभोक्ता रुपये जमा होने की रसीद लेकर पहुंचे तो उसे फर्जी करार दिया गया. यह फर्जी रसीदें कहीं और से नहीं बल्कि विभागीय कार्यालय में सरकारी कम्प्यूटर से ही बन रही थी. सर्किट हाउस सिविल लाइंस के सामने स्थित फतेहगंज पश्चिमी के बने कैश काउंटर में रखे कम्प्यूटर से ही यह फर्जी रसीद बन रही थी. मामले की जानकारी एसडीओ, एक्सईएन को हुई तो मामले में विभागीय गोपनीय जांच के निर्देश दिए गए. जांच शुरु होती उससे पहले ही में कम्प्यूटर को ही गायब कर दिया गया. पूरे मामले में जेई ने कोतवाली थाने में कम्प्यूटर चोरी की तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है. जांच करने पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना करते समय की तमाम सवाल पूछे, जिसका कोई भी जवाब नहीं दे सका.

कैशियर ने दी पुलिस को सूचना टीजीटू/कैशियर सौरभ राजपूत ने डायल 112 पर फोन करके कार्यालय से कम्प्यूटर चोरी होने की शिकायत की. बताया कि सुबह जब वह कार्यालय आए तो कार्यालय चपरासी सूरज मौर्य द्वारा कार्यालय खोला गया. जब वह अपने कमरे में पहुंचे तो वहां सारा सामान था, लेकिन कंप्यूटर, सीपीयू नहीं था. जेई दिनेश कुमार मिश्रा ने कंप्यूटर, सीपीयू चोरी की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी है.

विभाग के फार्मेट को किया जाता था एडिट चोरी हुए कंप्यूटर व सीपीयू के रिसाइकिल बिन में माह में कुछ उपभोक्ताओं की फर्जी रसीदें बिजली विभाग के फॉर्मेट पर एडिट करके मिली थी. यही रसीद लेकर उपभोक्ता भी पहुंचे थे तो फर्जी रसीद बताते हुए उन्हें लौटा दिया गया था.

बाग मालिक ने किया धरना समाप्त: लंबे संघर्ष के बाद किसान को अब न्याय मिला. गांव का दूषित पानी अब किसान के बाग में नहीं गिरेगा. शासन स्तर पर हुई कार्रवाई के बाद ग्राम प्रधान ने लिखित में किसान को आश्वासन दिया है. ब्लॉक भोजीपुरा के गांव घंघोरा पिपरिया निवासी रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारी ओमप्रकाश शर्मा का घंघोरा पिपरिया में बाग है. नाले के माध्यम से गांव का दूषित पानी ओमप्रकाश शर्मा के खेत में गिरता था, जिससे उनके आम के पेड़ सूख रहे थे. अधिकारियों से शिकायत, धरना प्रदर्शन पर भी जब सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने परिवार 11 को आत्मदाह करने का नोटिस मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा.

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