Basti: बेसिक स्कूलों में लंबे समय से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई
52 प्रभारियों को प्रधानाध्यापक के बराबर वेतन देने का आदेश
बस्ती: बेसिक स्कूलों में लंबे समय से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई है. इस कारण प्रधानाध्यापक के पदों पर सहायक अध्यापक इंचार्ज बनकर काम कर रहे हैं. 52 इंचार्ज शिक्षकों को उच्च न्यायालय ने प्रधानाध्यापक के बराबर वेतन देने का आदेश दिया गया है. रामनगर ब्लॉक से रामपाल के साथ निखलेश मिश्र, ज्ञानेंद्र प्रसाद शुक्ल, परवेज अख्तर, जितेंद्र कुमार, अंकिता चौधरी आदि ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अपने विद्यालय में पिछले कई वर्षों से इंचार्ज का काम कर रहे हैं, मगर उन्हें वेतन सहायक अध्यापक का दिया जा रहा है.
हाईकोर्ट ने याचिका का निस्तारण करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बस्ती को आदेश दिया है कि वह इन शिक्षकों की इंचार्ज बनने की तिथि से प्रधानाध्यापक का वेतन का भुगतान दो माह के अंदर करें. इन्हें इंचार्ज अवधि का एरियर का भुगतान भी किया जाए. इस पर अटेवा के जिलामंत्री हरिकृष्ण उपाध्याय, विमल आनंद, विनय कुमार गौतम, शालिनी गौतम, जयशंकर पांडेय, नम्रता चौबे, दुर्गावती, अब्दुल कयूम, मजहर आलम सहित अन्य शिक्षकों ने खुशी जाहिर की है.
नवजात के लिए अमृत के समान है मां का दूध: महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई ओपेक अस्पताल कैली के बाल रोग विभाग में सात दिवसीय विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है. एक से शुरू सप्ताह का समापन सात को होगा. विभागाध्यक्ष डॉ. अलका शुक्ला ने बताया विश्व स्तनपान सप्ताह का उद्देश्य स्तनपान को बढ़ावा देना है. ऐसा करने से शिशुओं को सही पोषण और उनका स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है.
स्त्रत्त्ी रोग विशेषज्ञ असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कल्पना मिश्रा ने बताया जन्म के पहले घंटे में मां का पहला गाढ़ा पीला दूध (कोलोस्ट्रम) पिलाने और छह महिने तक सिर्फ स्तनपान कराने से शिशु का सर्वांगीण विकास होता है. स्तनपान कराने से माताओं को स्तन कैंसर, ओवेरियन के कैंसर, टाइप टू मधुमेह और हृदय रोग होने का खतरा कम हो जाता है. मां के दूध से शिशु की मानसिक शारीरिक और बौद्धिक क्षमता का विकास होता है. डॉ. वंदना ने बताया मां का दूध बच्चे के लिए अमृत से कम नहीं है. शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर रहती है. डॉक्टरों की टीम ने महिलाओं को स्तनपान के बारे में विस्तृत जानकारी दी. डॉ. केएन गुप्ता, डॉ. आफताब आलम, डॉ. विवेक, डॉ. श्याम, डॉ. आदि, डॉ. जीडी यादव उपस्थित रहे.