Basti: जांच न होने से गर्भवती और बच्चे निराश लौटे

नहीं बनी बॉयोकेमिस्ट्री मशीन

Update: 2024-08-10 08:56 GMT

बस्ती: जिला महिला अस्पताल की पैथोलॉजी में लगी बॉयोकेमिस्ट्री मशीन दूसरे दिन भी नहीं बन सकी. भी मशीन नहीं चल सकी. पूरे दिन इंजीनियर मशीन दुरुस्त करने में पसीना बहाता दिखा. जांच न होने से गर्भवती और बच्चे निराश लौट गए.

को मशीन के अंदर चूहा घुस गया था. कई पार्ट को कुतर दिया. इससे मशीन ऑन नहीं हुई थी. सुबह कर्मी पहुंचे तो मशीन ऑन करने लगे, लेकिन मशीन के अंदर एक पाइप चूहा कुतर दिया था. जैसे ही सैंपल डालते मशीन रूक जा रही थी. लैब टेक्नीशियन ने मशीन की खराबी को दूर करने के लिए भरसक प्रयास किया, लेकिन मशीन ठीक नहीं हुई. गोरखपुर से इंजीनियर आए, लेकिन मशीन दुरुस्त नहीं हो सकी. इसके बाद दूसरा इंजीनियर आया. पूरे दिन मरम्मत में इंजीनियर जुटा रहा, लेकिन शाम तक मशीन बन नहीं सकी. इससे अधिकतर मरीज परेशान होकर लौट गए. लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), किडनी फंक्शन टेस्ट (केएफटी) समेत कई जांचें प्रभावित हैं. कोलेस्ट्रॉल जांच (लिपिड प्रोफाइल), शुगर और शरीर में इंफेक्शन (ईएसआर) आदि जांचें इस मशीन से होती हैं. मशीन में आई खराबी के कारण यह जांचें नहीं हो पाईं. एलएफटी और केएफटी जांच के बिना तो इनका इलाज भी शुरू नहीं हो पाता है.

अस्पताल से बाहर जांच कराने पर 700 रुपये तक खर्च करने पड़े. वहीं नवजात बच्चों के पीलिया की भी जांच नहीं हो सकी. इमरजेंसी के मरीजों को बाहर जाकर जांच करवानी पड़ी. सिर्फ सीबीसी जांच हुई. बताया गया कि जिला महिला अस्पताल में इस मशीन से रोजाना करीब 150 से 200 जांचें होती हैं, लेकिन मशीन खराब होने से मरीजों को मायूस होकर लौटना पड़ा.

Tags:    

Similar News

-->