Basti: रैन बसेरे में शौचालय व पेयजल की सुविधा नहीं

"आमजन और विकल्प की तलाश में"

Update: 2024-12-31 06:11 GMT

बस्ती: रात में कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे बेसहारा लोगों के लिए बनाए गए अस्थायी रैन बसेरा महज नाममात्र का है. चारपाई रखकर, पालीथिन से घेरकर रैन बसेरा बना दिया गया है. यहां शौचालय और पेयजल तक की सुविधा नहीं है. ऐसे में आमजन और विकल्प की तलाश में हैं.

पचपेड़िया मार्ग के डूडा कार्यालय स्थित आश्रय स्थल में 75 बेड सक्रिय हैं. यहां रोजाना 10 से 15 यात्री ठहर रहे हैं. को 16 यात्री ठहरे थे. बताया गया कि आधार कार्ड या किसी अन्य पहचान पत्र को लेकर आश्रय दिया जा रहा है. यदि किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो वाट्सएप पर मंगवा लेते हैं. या फिर दो-तीन साथ हैं तो किसी के आधार कार्ड पर रहने को बेड दिया जा रहा है. 50 रुपये में भोजन भी दिया जाता है. यहां पानी और शौचालय है. लेकिन आश्रय स्थल में अभी अलाव नहीं जल रहा है. पुराना डाकखाना में 10 चारपाई लगी है. उस पर टेंट हाउस का एक गद्दा, एक रजाई देकर कोरम पूरा कर लिया गया है. यहां परने को पानी नहीं है. शौचालय निष्प्रयोज्य है. को पांच लोग ठहरे थे. अव्यवस्था के नाते यहां लोग आने से कतरा रहे हैं. रोडवेज पर 10 बेड का अस्थायी रैन बसेरा बना है. गद्दा-रजाई है, लेकिन पानी और शौचालय नहीं हैं. यात्रियों को रकम देकर शौचालय जाना पड़ता है. बताते हैं कि रोडवेज से एक कर्मी को लगा दिया गया है, वहीं यहां पर देखरेख कर रहा है. आधार कार्ड पर रैन बसेरा में ठहरने की व्यवस्था है, को छह यात्री ठहरे थे. रात में एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान और ईओ सुनिष्ठा सिंह ने आश्रय स्थल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

जल्द अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी. रैन बसेरा में पानी और शौचालय की व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए निर्देशित किया गया है.

- सुनिष्ठा सिंह, ईओ, नपा बस्ती.

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