Basti: नये कूड़ा कलेक्शन वाहन खड़े-खड़े कबाड़ हो रहे

कबाड़ हो रहे हैं कूड़ा उठाने वाले वाहन

Update: 2024-08-31 09:11 GMT

बस्ती: नगर पालिका परिषद बस्ती के बेड़े में शामिल नये कूड़ा कलेक्शन वाहन खड़े-खड़े कबाड़ हो रहे हैं. शासन से निर्धारित फर्म से सचल कूड़ादान वाले वाहन की खरीद की गई थी. प्रत्येक की लागत लगभग सात लाख रुपये बताई गई है. नौ वाहनों की खरीद पर करीब 50 लाख रुपये खर्च आया.

इनकी खरीद डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए की गई, लेकिन ये सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं. छह माह से ये नगर पालिका परिसर में धूल फांक रहे हैं. इसके पीछे नगर पालिका के अधिकारियों की दलील है कि चालकों की नियुक्ति नहीं होने से समस्या आ रही है.

कूड़ा उठाने के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है. गलियों और मुख्य चौराहों पर रखे गए कूड़ेदान का भी अता-पता नहीं है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए छह माह पहले वां वित्त से नगर पालिका को करीब 50 लाख रुपये की लागत से नौ वाहन मिले थे, लेकिन चालक की कमी से ये सभी खड़े-खड़े कबाड़ हो रहे हैं. चालक की नियुक्त नहीं होने से यह समस्या आ रही है. इससे कूड़ा उठान की गुणवत्ता भी नहीं सुधर रही है. नागरिक शिकायत कर रहे हैं. बता दें कि नपा के सफाई व्यवस्था में नियमित, संविदा और आउटसोर्स के 395 कर्मी तैनात हैं.

58 टन रोज निकल रहा कूड़ा: सफाई निरीक्षक दिनेश वर्मा ने बताया कि प्रत्येक वाहन में चालक समेत दो सफाई कर्मियों की जरूरत होगी. नियुक्ति के लिए निर्धारित फर्म की ओर से टेंडर की प्रक्रिया जारी है. अभी घरों से कूड़ा का कलेक्टशन हाथ ट्राली और पुराने छोटे वाहनों से हो रहा है. जल्द ही नए वाहनों को प्रयोग में लाया जाएगा. पंजीयन परिवहन विभाग से हो गया है. 58 टन कूड़ा रोज निकल रहा है, जिसे कोइलपुरा भेजा जा रहा है.

छह साल में नहीं बना कूड़ा डंपिंग ग्राउंड स्वच्छ भारत मिशन को छह साल पूरे हो गए, लेकिन शहर से रोजाना निकल रहे कूड़ा निस्तारण की यहां कोई व्यवस्था नहीं है. कूड़ा खुले में फेंका जा रहा है. सड़कों पर सफाई हो रही है, कूड़ा उठान की व्यवस्था है, लेकिन कूड़ा प्रबंधन की उचित व्यवस्था नहीं होने से स्वच्छता अभियान परवान नहीं चढ़ पा रही है. कोइलपुरा में भूमि चिह्नित हैं, जहां कूड़ा निस्तारण केंद्र बनना है, लेकिन मामला तकनीकी पेंच में फंसा है. ऐसे में कूड़ा वहीं पर फेंककर कर्मी चले आते हैं.

वाहनों की संख्या नपा में टैंपू-मैजिक मिलाकर 28, ट्रक तीन, जेसीबी तीन, ट्रैक्टर-ट्राली सात, पोकलैंड दो, काम टैक्टर दो, विद्युत संबंधित दो वाहन, पशु पकड़ने वाले दो वाहन हैं. ये सभी संचालित हैं, नौ वाहन अभी इसमें शामिल नहीं हैं.

Tags:    

Similar News

-->