Bareilly: समझौते को बुलाई पंचायत में सरेआम युवक को मारे चप्पल
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया
बरेली: झगड़े के बाद समझौते को बुलाई पंचायत में सैकड़ों लोगों के सामने दबंगों ने युवक को जूते-चप्पलों से पीटा. युवक जान बचाकर पंचायत से भाग निकला. इसके बाद घर में घुसकर दबंगों ने युवक और उसके परिवार को धारदार हथियारों से पीटकर घायल कर दिया. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. दबंगों की पिटाई से घायल आरिफ खां और उनके परिवार के चार अन्य लोगों को फरीदपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस के मुताबिक 20 को फरीदपुर के मेवासर्फापुर गांव के आरिफ खां का पड़ोस के बन्ने से झगड़ा हो गया था. गांव के पूर्व प्रधान मोबीन खां ने अपने घर पर समझौते के लिए पंचायत बुलाई. पंचायत में रिश्तेदारों के अलावा गांव के सैकड़ों लोग मौजूद थे. आरोप है कि पंचायत के दौरान लोगों ने समझौते के लिए आरिफ को जूते मारने का फैसला सुनाया. आरिफ ने पंचायत के लोगों के सामने अपना सिर झुका दिया. इसके बाद दूसरे पक्ष के बन्ने खां और उनके साथियों ने आरिफ के सिर पर ताबड़तोड़ जूते और चप्पलें बरसानी शुरू कर दिए. आरिफ जान बचाकर पंचायत के बीच से भाग निकला. वह अपने घर पहुंचा. उसने परिवार वालों को मामले की जानकारी दी. इसी दौरान बन्ने और उसके साथी लाठी-डंडे और हथियार लेकर आरिफ खां के घर में घुस आए. उन्होंने आरिफ खां और उनकी पत्नी,भाइयों को बेरहमी से पीटा. मारपीट में आरिफ का पक्ष के आरिफ, सानू उर्फ मोहम्मद तारिक, शाहिद खां व उसकी गर्भवती पत्नी सोनम को गंभीर चोटें आई. घायल आरिफ और उनके परिवार के लोग थाने पहुंचे. उन्होंने तहरीर दी. पुलिस ने आरिफ की तहरीर पर गांव के बन्ने,भूरा,छोटा, अफसर एवं नन्नुका के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है. इंस्पेक्टर रामसेवक ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
जूते मारने की शिकायत कर दहाड़े मारकर रोया आरिफ
पंचायत में आरिफ को एक जूता मारने का फैसला सुनाया गया था. पंचायत में आरिफ के परिवार वालों के अलावा रिश्तेदार और गांव के सैड़कों लोग मौजूद थे. आरिफ ने समझौते के लिए अपना सिर झुका लिया. इसके बाद दबंगों ने उसके सिर पर जमकर जूते-चप्पल बरसाने शुरू कर दिए. आरिफ ने थाने में इंस्पेक्टर को पूरे करने की जानकारी दी. जिसके बाद वह दहाड़े मार कर रोने लगा. इंस्पेक्टर ने कार्रवाई करने का भरोसा लेकर उसे शांत किया.