Bareilly: अलाव की 28 फाइलें गायब, कमिश्नर ने मांगी जांच रिपोर्ट

मामला फिर सुर्खियों में आ गया

Update: 2024-12-03 04:49 GMT

बरेली: बीती सर्दी में अलाव की लकड़ी ठेकेदार की फर्म से ले गई लेकिन भुगतान के समय फाइलें गुम कर दी गई. मामले में शिकायत हुई तो तत्कालीन नगरायुक्त ने निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को जांच सौंपी. पर फाइलें मिलीं, न जांच रिपोर्ट बनी. अब कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने नगरायुक्त से 26 तक जांच रिपोर्ट मांगी है. मामला फिर सुर्खियों में आ गया है.

पिछले साल सर्दी में अलाव की लकड़ी खरीद का टेंडर नहीं हुआ था. सर्दी ज्यादा पड़ी और मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में अलाव की व्यवस्था के निर्देश दिए तो नगर निगम ने महावीर कंट्रेक्शन एंड जनरल ऑर्डर सप्लायर्स से जलौनी लकड़ी चारों जोन के लिए खरीदी गई. अतिरिक्त लकड़ी खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया नहीं हुई. कुटेशन का आश्वासन देकर अलाव की व्यवस्था करा दी.

फर्म के ओनर अमित अग्रवाल ने बताया कि तत्कालीन अधिशासी अभियंता डीके शुक्ला ने आश्वस्त किया कि ठंड ज्यादा है सप्लाई चालू रखो. जो अतिरिक्त लकड़ी होगी उसका कुटेशन की फाइल बनाकर भुगतान किया जाएगा. लकड़ी की सप्लाई 3 फरवरी 2024 तक की गई थी. उसके पश्चात भुगतान के लिए 28 फाइलों की कुटेशन बनाई गई थी. एई, जेई ने अपने हस्ताक्षर करने के बाद रिपोर्ट अधिशासी अभियंता को दी थी. इसी बीच अधिशासी अभियंता उनको शासन ने लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया था. हमारी कुटेशन की 28 फाइलें वो साथ ले गए. हमने इसकी लिखित में नगरायुक्त को शिकायत भी की ओर जांच भी हुई है.

इंजीनियर को बचाने में लगा विभाग, दबाई जांच

निर्माण विभाग के इंजीनियर एक दूसरे की खामियां छुपाने में लगे हैं. अधिशासी अभियंता की जांच के साथ भी ऐसा ही किया गया है. 28 फाइलों के गुम होने की जांच मुख्य अभियंता को सौपी गई थी जिसको छुपाया गया है. फाइल गुम होने पर मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया है.

विभाग में मचा हड़कंप

अलाव लकड़ी की फाइलों में बड़ा खेला किया गया है. सीएम पोर्टल के बाद मामला कमिश्नर तक पहुंचा तो नगर निगम के निर्माण विभाग में खलबली मच गई. शिकायत का संज्ञान लेते हुए कमिश्नर ने नगरायुक्त से 26 से आख्या मांगी है.

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