bahraich बहराइच। जिले की महसी तहसील में कथित तौर पर भेड़िए ने पांच वर्षीय एक बच्ची पर हमला कर उसे घायल कर दिया। बच्ची की गर्दन पर जंगली जानवर के दांत के निशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत पंडोहिया के मजरा गिरधरपुरवा में अनवर अली की पांच साल की बेटी अफसाना सोमवार रात घर में सो रही थी। तभी भेड़िए ने घर में घुसकर उसकी गर्दन पकड़ ली। बच्ची की चीख सुनकर पिता अनवर अली और परिजनों ने शोर मचाकर भेड़िए को घेरा तो भेड़िया बच्ची को छोड़कर खेतों की ओर भाग गया। परिजन और ग्रामीण घायल अफसाना को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महसी ले गये जहां उसका इलाज हो रहा है।
बहराइच के जिला सूचना कार्यालय ने पांच वर्षीय बच्ची के भेड़िए के हमले में घायल होने की अधिकारिक पुष्टि की है। घटना की सूचना मिलते ही विभिन्न विभागों के अधिकारियों व महसी क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर दहशत के साये में रह रहे पीड़ित परिवार व गांव वासियों की हिम्मत बढ़ाई व सचेत रहने की सलाह दी।
गौरतलब है कि बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में मार्च माह से इंसानों पर भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। जुलाई माह से सोमवार रात तक इन हमलों में सात बच्चों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है तथा करीब तीन दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील ने सोमवार को बताया था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनाओं को लेकर चिंतित हैं और लगातार अधिकारियों से घटनाओं की जानकारी लेकर उन्हें निर्देशित कर रहे हैं।
सोमवार रात मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश, जोन, मंडल स्तरीय व 10 जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर घटनाओं को लेकर आवशय़क दिशा निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सोमवार को कहा था कि सौ से अधिक ग्राम पंचायतें हैं और भेड़िए हर बार नयी जगह हमला कर रहे हैं। चार भेड़िए पकड़े जा चुके हैं। बाकी बचे भेड़ियों को पकड़ने के लिए कवायद चल रही है। डीएम ने भेड़ियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर कहा कि संख्या को लेकर वन विभाग विशेष रूप से अपनी जानकारी एकत्र कर रहा है।
अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन के.एस. कुमार ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा था हरेक प्रभावित गांव में हम चौकन्ने होकर गश्त कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का निदान होगा।’’ क्षेत्र में दहशत का माहौल है। विभिन्न विभागों, एनजीओ व ग्रामीणों की सौ के करीब टोलियां रातभर जागकर गश्त करती हैं। 200 पीएसी जवान सहित पुलिस व वन विभाग के जवान व राजस्व विभाग आदि के लोग लगातार भेड़िए पकड़ने व ग्रामीणों को बचाए रखने में जुटे हैं।