भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता सड़कों पर, नगरायुक्त के खिलाफ की मुकदमा दर्ज की मांग
मेरठ: नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते ठेकेदार दीपेश आत्महत्या प्रकरण तूल पकड़ गया हैं। विधानसभा से मेरठ की सड़कों तक मेरठ नगर निगम के भ्रष्टाचार की धूम मची हुई हैं। विधायक विधानसभा में मुद्दा उठा रहीे हैं तो पब्लिक सड़क पर जुलूस निकाल ने को मजबूर हो गई हैं। जो विरोध नहीं कर पा रहे वो सुसाइड कर रहे हैं, मगर सरकार इस भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं कर रही हैं।
गुरुवार को आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सैकड़ों कार्यकर्ता भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर उतर आये। दीपेश आत्महत्या की घटना से आहत जनता की भीड़ सड़क पर उतर आई और जुलूस निकालते हुए नगरायुक्त के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। राज्यपाल को संबोधित ये मांग पत्र एडीएम सिटी दिवाकर सिंह को सौंपा गया।
ठेकेदार दीपेश का सुसाइड प्रकरण तूल पकड़ गया है। जिसमें गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकाला और नगरायुक्त के खिलाफ खूब नारेबाजी की। नगरायुक्त के खिलाफ आक्रोश का लावाफूट गया, जिसमें आजाद समाज पार्टी के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर गई और जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए डीएम आॅफिस पहुंची। इस दौरान उन्होेंने महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपते हुए नगरायुक्त और अपर आयुक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
इस दौरान आजाद समाज पार्टी के द्वारा उन कई ठेकेदारों के नाम भी अधिकारियों को बताये जोकि पूर्व में डिप्रेशन में इस तरह का कदम उठा चुके हैं या फिर उनका डिप्रेशन के चलते आकस्मिक निधन हो गया। ठेकेदार दीपेश सुसाइड प्रकरण नगर निगम के आयुक्त के गले की फांस बन गया हैं। सपा विधायक अतुल प्रधान के द्वारा निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते डिप्रेशन में ठेकेदार दीपेश के द्वारा सुसाइड करने जैसा कदम उठाने, उससे पूर्व में भी इस तरह की घटनाओं को बुधवार को विधान सभा में उठाया था।
इस मामले में अब नगर की जनता ने भी निगम के आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। जिसमें बृहस्पतिवार को ठेकेदार सुसाइड प्रकरण में आक्रोश का लावा फूट पड़ा। आजाद समाज पार्टी के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर आई और जुलूस के रूप में वह नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। इस दौरान उन्होने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि जब तक ठेकेदार दीपेश सुसाइड प्रकरण में दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती और निगम के आयुक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होता तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे। उसके लिये चाहे उन्हे किनता भी बड़ा आंदोलन क्यों न करना पड़े।
इस दौरान उन्होने बताया कि निगम में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है, जोकि अब पूरे चरम पर हैं, ठेकेदार दीपेश से पूर्व भी एक ठेकेदार की डिप्रेशन में आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है और कई ठेकेदारों की तबीयत खराब हो चुकी है, लेकिन निगम के आयुक्त हो या फिर उनके अन्य अधीनस्थ कर्मचारी जब निगम का बड़ा अधिकारी ही भ्रष्ट होगा तो अन्य उससे छोटे कर्मचारियों का क्या हाल होगा, फिर निगम में भ्रष्टाचार पर कैसे अंकुश लगाया जा सकता हैं।
इस दौरान आजाद समाज पार्टी ने साफ कर दिया कि यदि आयुक्त के खिलाफ जल्द से जल्द संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो वह प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक बड़ा आंदोलन छेड़ देगी। आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष पवन गुर्जर के नेतृत्व में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान हर्ष प्रधान, जावेद अब्बासी, राकी गुर्जर, अमजद अली, नितिन कसाना, सुमित खलनायक, राहुल वर्मा, भीम सिंह, अमित गुर्जर, संजीव आदि मौजू रहे।