कंडक्टर की सेवा बहाल करने के नाम पर 20 हजार रुपये मांगने का आडियो ने मचाया बवाल
मेरठ न्यूज़: छह डब्ल्यूटी के एक मामले में कंडक्टर, टीआई के साथ-साथ बड़ौत डिपो के एआरएम को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में कार्रवाई की शुरुआत 14 नवंबर को हुई, जिसकी पृष्ठभूमि में 12 नवंबर को बड़ौत डिपो की एक बस में छह बिना टिकट के मामले में सुनील कुमार टीआई ने बड़ौत डिपो में संविदाकर्मी कंडक्टर धीरेन्द्र कुमार को पकड़ा। सुनील कुमार की ओर से भेजी गई रिपोर्ट को आधार बनाकर 14 नवंबर की दोपहर एआरएम विपिन अग्रवाल ने कंडक्टर की सेवा समाप्त कर दी। बताया गया है कि इसी के साथ इस मामले की परत खुलना शुरू हुई, जिसमें 14 नवंबर की शाम आरएम केके शर्मा के पास एक आडियो भेजा गया। जिसमें परिचालक धीरेन्द्र कुमार और टीआई की बातचीत का दावा किया गया है।
आडियो में परिचालक अपनी पारिवारिक परेशानियों और आर्थिक कठिनाइयों का हवाला देते हुए टीआई सुनील कुमार से गिड़गिड़ाते हुए कह रहा है कि उसके खिलाफ डब्ल्यूटी की रिपोर्ट दी गई, तो वह अपने घर नहीं जा पाएगा, मर जाएगा। इस पर सुनील कुमार उससे एआरएम बड़ौत के जरिये नौकरी बचाने के लिए 20 हजार रुपये की डिमांड करते हुए सुना गया। कंडक्टर धीरेन्द्र कुमार ने कुछ पैसे कम करने को कहा, और पांच हजार रुपये तक देने की बात कही। जिसके जवाब में टीआई कहते हुए सुना गया कि तू जानता नहीं है, ऐसे एक मामले को निपटाने के लिए एआरएम ने 30 हजार रुपये लिए थे। इस आडियो को सुनने के बाद आरएम केके शर्मा अवाक रह गए, और आडियो में की सत्यता का पता लगाने के लिए उसे सेवा प्रबंधक को भेज दिया गया।
जिन्हें तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया। इस बीच आरएम केके शर्मा ने अपने स्तर से टीआई के बारे में छानबीन कराई, जिसमें यह बात सामने आई कि सुनील कुमार डब्ल्यूटी के मामलों में खूब लूटखसोट करता है। जिससे मौके पर लेन-देन का मामला सेट हो जाता है, उसके बारे में कोई रिपोर्ट नहीं दी जाती। जबकि रुपये न देने वालों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज देता है। आरएम ने सुनील कुमार की कार्यशैली को संदिग्ध माना, और इससे विभाग की छवि खराब होने के आधार पर उसे शुक्रवार दोपहर निलंबित कर दिया। साथ ही एमडी संजय कुमार को लखनऊ रिपोर्ट के साथ उपरोक्त आडियो प्रेषित की। रिपोर्ट में कहा गया कि एआरएम की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इस रिपोर्ट के आधार पर रात तक एमडी संजय कुमार ने एआरएम विपिन अग्रवाल बड़ौत को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिला स्तरीय अधिकारी के विरुद्ध की गई इस कार्रवाई की खबर से रोडवेज विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।